बिहार में कोरोना संक्रमण की बिगड़ती स्थिति देखते हुए संयुक्त सचिव लव अग्रवाल के नेतृत्व में, केंद्र की तीन सदस्यीय टीम रविवार को राज्य के स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों के साथ स्थिति की समीक्षा करने पहुंची। सेंट्रल टीम ने रविवार को कई इलाकों का दौरा किया और हालात का जायजा लिया ।
रविवार को पटना का जायजा लेने के बाद टीम सोमवार को गया पहुंची है। इस बीच केंद्रीय स्वास्थ्य राज्य मंत्री अश्विनी चौबे ने कहा है कि केंद्र द्वारा बिहार को हर संभव मदद उपलब्ध कराई जा रही है। कोरोना को रोकने के लिए महत्वपूर्ण कदम उठाए गए हैं।
रविवार को कहां कहां किया दौरा
स्वास्थ्य विभाग की तीन सदस्यीय सेंट्रल टीम में स्वास्थ्य विभाग के संयुक्त सचिव लव कुमार, नेशनल सेंटर फॉर डिजीज कंट्रोल के निदेशक डॉ. एस के सिंह और अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (एम्स) के मेडिसीन विभाग में एसोसिएट प्रोफेसर डॉ. नीरज निश्चल शामिल हैं।
स्वास्थ्य मंत्रालय की टीम ने नालंदा मेडिकल कॉलेज अस्पताल और कंकड़बाग स्थित आइसोलेशन सेंटर का दौरा कर वहां की सुविधाओं को देखा। साथ ही राजधानी पटना के कंटेनमेंट जोन का दौरा किया। केंद्रीय टीम ने पटना के राजीव नगर इलाके का भी दौरा किया और जिलाधिकारी से जानकारी ली। केंद्रीय टीम में शामिल सदस्यों ने कहा कि, आने वाले समय में इस महामारी का प्रकोप और बढ़ सकता है, इसलिए अभी से इसके लिए तैयारी कर लेनी चाहिए।
पटना के के बाद गया पहुंची टीम
सदस्यीय केंद्रीय टीम सोमवार को गया पहुंची और अनुग्रह नारायण मगध मेडिकल कॉलेज अस्पताल का दौरा किया। एएनएमसीएच के अधीक्षक डॉ पी कुमार ने बताया कि, टीम का कहना है कि आने वाले समय में कोरोना का प्रकोप और बढ़ सकता है। जरूरत है कि अभी से मरीजों के इलाज के प्रति सचेत हो जाएं। आने वाले मरीजों का विश्लेषण करना है और प्रयास करना है कि उसे स्वस्थ किया जाए।
उन्होंने बताया कि, इस दौरान केंद्रीय टीम ने यहां आने वाले मरीजों के रखने और इलाज करने की प्रक्रिया के विषय में भी जानकारी ली।
कोरोना से निपटने के लिए लिए ‘4 T’जरुरत
सेंट्रल टीम ने कोरोना से निपटने के लिए 4 T पर जोर देने को कहा। 4 T यानि ट्रेसिंग, टेस्टिंग, ट्रीटमेंट और ट्रैकिंग। सेंट्रल टीम का कहना है कि पहले संक्रमित को चिन्हित कर अलग करें, तभी संक्रमण का चेन टूटेगा और रिकवरी रेट में बढ़ोतरी होगी।