बिहार के दस जिले बाढ़ की चपेट में हैं। जिला प्रशासन राहत एंव बचाव कार्य में जुटी हुई है। गांव के गांव जलमग्न हो चुके हैं। सैकड़ों लोगों की जानें जा चुकी हैं। ऐसे में राहत और बचाव दल लोगों के लिए किसी फरिश्ते से कम नहीं हैं। इस बीच बिहार के उत्तरी हिस्से में आई बाढ़ में राहत एवं बचाव में जुटे राष्ट्रीय आपदा मोचन बल (एनडीआरएफ) की नौवीं वाहिनी की एक बचाव नौका पर गर्भवती महिला ने एक बच्चे को जन्म दिया।
एनडीआरएफ की 9वीं बटालियन के रेस्क्यू ऑपरेशन के दौरान उसकी बोट पर एक गर्भवती महिला ने एक बच्ची को दिया जन्म दिया है। महिला का नाम रीमा देवी और उम्र 25 वर्ष बतायी जा रही है। दरअसल यह महिला प्रसव को लेकर बेहद परेशान थी। परिवार के लोग महिला के प्रसव को लेकर काफी परेशान थे।
कैसे किया महिला और बच्चे को रेस्क्यू
मामला बिहार के चंपारण जिले का है। ये जिला भी बाढ़ से ग्रसित है। कई लोगों की तरह यहाँ एक गर्भवती महिला भी बाढ़ में फंसी हुई थी। सूचना मिलने पर एनडीआरएफ की टीम ने महिला का रेस्क्यू किया। महिला बोट के जरिये बाहर नहीं निकल पाई, इससे पहले ही प्रसव पीड़ा हुई और महिला ने बच्चे को जन्म दिया।
महिला की गंभीर स्थिति को देखते हुए एनडीआरएफ रेस्क्यू बोट पर ही प्रसव कराने का फैसला लिया गया।एनडीआरएफ के बचावकर्मी, आशा सेविका और उनके परिवार के महिलाओं के सहयोग से सफल एवं सुरक्षित प्रसव करा लिया गया और इस प्रकार बाढ़ के बीच मजधार में एक नन्हीं बच्ची की किलकारी गूंज उठी।
इसके बाद नवजात शिशु को एनडीआरएफ की टीम द्वारा महिला और बच्चे को अस्पताल में भर्ती कराया गया है। महिला और बच्चे की स्थित ठीक बताई जा रही हैं।