देश में अनलॉक-एक की शुरुवात हो चुकी है मगर सरकार अभी स्कूल-कॉलेज को लॉक रखने के मूड में ही है| अनलॉक-एक जारी होने के बाद सूबे के शिक्षण संसथान को भी खोलने की मांग हो रही है| इस विषय पर राज्य के शिक्षा मंत्री कृष्णनंदन वर्मा ने कहा कोरोना वायरस के खतरे को ध्यान में रखते हुए फिलहाल बिहार में शैक्षणिक संस्थान नहीं खोले जाएंगे|
कृष्णनंदन वर्मा ने कहा, “जुलाई महीने के अंतिम सप्ताह में शिक्षा विभाग समीक्षा बैठक करेगा, जिसमें इस बात का फैसला लिया जा सकता है कि बिहार में शिक्षण संस्थान यानी स्कूल-कॉलेज कब खुलेंगे| सभी जिलों के अभिभावकों छात्रों और संस्थान के निदेशकों से सुझाव मांगे गए थे, जिसमें से अधिकांश सुझाव संस्थान खोलने की सहमति देने लायक नहीं थे| ऐसे में बच्चों की सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए सरकार ने फिलहाल शिक्षण संस्थानों को नहीं खोलने का निर्णय लिया है|
बिहार पब्लिक स्कूल एंड चिल्ड्रन वेलफेयर एसोसिएशन ने स्कूल खोलने की अनुमति मांगी
एक तरफ सरकार ने यह साफ़ कर दिया है, वहीं बिहार पब्लिक स्कूल एंड चिल्ड्रन वेलफेयर एसोसिएशन ने सरकार से 3 चरण में स्कूल खोलने की अनुमति मांगी है| एसोसिएशन ने सरकार को सलाह दिया है कि 16 जुलाई से कक्षा 6 से 10 और 12वीं की पढ़ाई सारे नियमों का पालन करते हुए 50 फीसदी बच्चों के साथ शुरू कराया जाए| वहीं, दूसरे फेज में 1 अगस्त से कक्षा एक से पांचवीं तक की पढ़ाई के लिए स्कूल खोलने का आदेश दिया जाए| छोटे-छोटे बच्चों के मॉन्टेसरी सेक्शन का स्कूल 16 अगस्त से खोलने का आदेश पारित भी पारित करने की बात कही गई है| इसी तरह से सभी कक्षा की पढाई शुरू कर दी जाये|
हालांकि अभी जिस रफ़्तार से कोरोना के मरीजों की संख्या बिहार में बढ़ रही है, उसे देखते हुए राज्य में शिक्षण संस्थाएं खोलने की संभावना कम ही है| सूबे में कोरोना के मरीजों की संख्या बढ़कर जहां 6000 के पास पहुंच गई है, वहीं 35 लोगों की मौत हो चुकी है|