देश में बिहार का नाम एक बार फिर हुआ रोशन। बिहार की 12 पंचायतें, पंचायत समितियां और जिला पर्षद ने राष्ट्रीय पुरस्कार हासिल कर बिहार का नाम रोशन किया है। केंद्र सरकार ने पंचायती राज्य संस्थाओं के लिए वर्ष 2018-19 के पुरस्कारों का ऐलान कर दिया था। बिहार की सात पंचायत, चार पंचायत समितियां और एक जिला पर्षद को राष्ट्रीय पुरस्कार के लिए चयन किया गया है। भारत सरकार के पंचायती राज्य मंत्रालय की तरफ से बढ़िया कारगुजारी और गांवों के विकास में अहम योगदान देने वाली पंचायतों को पंचायत दिवस 24 अप्रैल को नकद पुरस्कारों से सम्मानित किया जाता है, लेकिन इस साल कोविड -19 के कारण इन राष्ट्रीय पुरस्कारों का ऐलान 16 जून, 2020 को किया गया है।
पंचायती राज विभाग के अपर मुख्य सचिव अमृत लाल मीणा ने बताया कि जिन पंचायतों को राष्ट्रीय पुरस्कारों से सम्मानित किया गया है, उनमें नानाजी देशमुख राष्ट्रीय ग्राम गौरव सम्मान समस्तीपुर जिले के रोसड़ा प्रखंड की मोथीपुर पंचायत को दिया गया है। दरभंगा जिले की केवटी पंचायत को ग्राम पंचायत विकास योजना पुरस्कार दिया गया है।
दीनदयाल उपाध्याय राष्ट्रीय पंचायत सशक्तीकरण पुरस्कार
हर क्षेत्र में बेहतर कार्य करने में जिले के रफीगंज व कुटुम्बा प्रखंड पूरे सूबे में अव्वल आए हैं। ये दोनों प्रखंडों को दीनदयाल उपाध्याय राष्ट्रीय पंचायत सशक्तीकरण पुरस्कार मिला है। केन्द्रीय पंचायती राज विभाग ने कुटुम्बा व रफीगंज को पूरे बिहार में अव्वल आने की जानकारी बिहार सरकार औरंगाबाद डीएम सौरभ जोरवाल को पत्र के माध्यम से दिया है। साथ ही औरंगाबाद जिले की कुटुंबा पंचायत को बाल हितैषी ग्राम पंचायत पुरस्कार मिला है।
औरंगाबाद जिला पर्षद, पटना जिले की मसौढ़ी पंचायत समिति, रोहतास जिले की अकोढ़ीगोला पंचायत समिति को दीन दयाल उपाध्याय पंचायत सशक्तीकरण पुरस्कार से नवाजा गया है। इसी प्रकार से भोजपुर जिले के जगदीशपुर प्रखंड की दावा पंचायत, दरभंगा जिले के सिंहवारा प्रखंड की रामपुर पंचायत, औरंगाबाद जिले की मदनपुर पंचायत, और मुजफ्फरपुर जिले के सकरा प्रखंड की भरथीपुर पंचायत को दीन दयाल उपाध्याय पंचायत सशक्तीकरण पुरस्कार दिया गया है।
यह भी पढ़ें: बिहार के इस पंचायत के प्रसिद्ध मुखिया रितु जायसवाल को मिला नेशनल अवार्ड
डीएम सौरभ जोरवाल ने कहा “अन्य प्रखंडों में भी करेंगे ऐसा प्रयोग।” डीएम सौरभ जोरवाल ने बताया कि कोरोना महामारी के बीच जिले के लिए यह नेशनल आवार्ड ऑक्सीजन जैसा है।
नानाजी देशमुख राष्ट्रीय ग्राम गौरव सम्मान
समस्तीपुर जिले के रोसड़ा अनुमंडल की मोतीपुर पंचायत ने एक और नया इतिहास रचा। पहले राष्ट्रीय पंचायत पुरस्कार और अब नानाजी देशमुख राष्ट्रीय गौरव ग्रामसभा का सम्मान। पंचायत में ग्रामसभा का नियमित संचालन और अधिक से अधिक पंचायतवासियों की भागीदारी ने ही मोतीपुर को राष्ट्रीय पहचान दी। ग्रामसभा के उद्देश्य की शत-प्रतिशत सफलता ने नानाजी देशमुख राष्ट्रीय गौरव ग्रामसभा पुरस्कार के द्वार खोल दिए।
पंचायत की तमाम उपलब्धियां महिला मुखिया प्रेमा देवी और उनकी टीम से जुड़ी हैं। मुखिया बनने के बाद से ही पंचायती राज व्यवस्था के सुदृढ़ीकरण में खुद को लगा दिया। पंचायत में प्रवेश करते ही विकास की झलक दिखती है। हर घर शौचालय के साथ पर्यावरण व जल संरक्षण का काम दिखता है। महिला सशक्तीकरण के साथ-साथ युवाओं को रोजगार से जोड़ने, स्वास्थ्य एवं शिक्षा की व्यवस्था को भी सुदृढ़ करने का कार्य निरंतर जारी है। मुखिया ने सामाजिक कुरीतियों, बाल विवाह, दहेज प्रथा तथा शराबबंदी के विरुद्ध भी आवाज उठाई।