जम्मू कश्मीर के हंदवाड़ा में आतंकियों से लड़ते हुए देश के तीन जवान शहीद हो गयें| तीनों में से एक जवान बिहार का लाल भी था| बिहार के औरंगाबाद के रहने वाले सीआरपीएफ कांस्टेबल संतोष कुमार मिश्रा ने देश की रक्षा के लिए अपने जान का बलिदान दे दिया| बिहार समेत पुरे देश को उनपर गर्व है|
शहीद जवान का पार्थिव शरीर मंगलवार को बिहार लाया गया| बिहार के मुख्यमंत्री ने बिहार के लाल शहीद संतोष के प्रति शोक जताया है और कहा है -” शहीद की शहादत को हमारा देश हमेशा याद रखेगा। गर्व है कि बिहार के एक सपूत ने आतंकियों से लोहा लेते हुए अपनी जान गंवा दी। उनकी शहादत को बिहार हमेशा याद रखेगा।”
गौरतलब है कि सोमवार की शाम कुछ आतंकवादियों ने हाइवे से गुजर रहे सीआरपीएफ जवानों के एक गश्ती दल पर अचानक से अटैक कर दिया था। आतंवादियों से देर तक चली मुठभेड़ में तीन जवान शहीद हो गये और 7 जवान घायल भी हुए हैं।
ज्ञात हो कि कि देवहरा गांव के जोगन मिश्रा के तीन बेटों में संतोष मिश्रा दूसरे नंबर पर थे। वर्ष 2005 में वे सीआरपीएफ में बहाली हुआ था और लगभग दस वर्ष पहले उनकी शादी आरा जिला के बंजरिया में हुई थी।
घटना से कुछ घंटे पहले ही शहीद जवान संतोष मिश्रा ने अपनी पत्नी व अन्य परिजनों से बात कर हालचाल जाना था। लेकिन परिजनों को कहां पता था कि कुछ घंटे बाद ही उनके शहीद होने की खबर भी आएगी।