बिहार लौटे मजदूरों के खाते में भेजे जायेंगे एक-एक हज़ार रूपये, पोर्टल पर ब्यौरा का निर्देश

श्रमिक स्पेशल ट्रेन से बिहार लौट रहे प्रवासियों को सरकार कम से कम 1000 रुपया देगी| यह पैसा भी मजदूरों के बैंक खाता में भेजा जायेगा| इसके के लिए राज्य के आपदा विभाग ने अपने सभी डीएम को पत्र लिखकर निर्देश दिया है कि प्रखंड से लेकर पंचायत व ग्राम स्तर पर बने क्वारंटाइन कैम्पों में रह रहे सभी मजदूरों का ब्यौरा पोर्टल पर अपलोड करें|

मजदूरों को दिए जाने वाले इस राशि में ट्रेन का किराया के अलावा 500 रूपये दिए जायेंगें| मगर यह उन्ही मजदूरों को दिया जायेगा जो श्रमिक ट्रेन से बिहार लौटने के बाद पंचायत या प्रखंड स्तर के क्व़ारंटीन सेंटरों में 21 दिन समय गुज़ारा है| पत्र के अनुसार ट्रेन का किराया टिकट पर दर्ज मूल्य के आधार पर ही होगा। इसके लिए मजदूरोंसे से रेल टिकट जमा करा लिया जाएगा| जिसे प्रखंड कार्यालय के रजिस्टर में दर्ज किया जाएगा।

इसलिए मजदूरों को सलाह है कि वे अपना ट्रेन टिकट संभाल के रखें|


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मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के घोषणा के अनुसार मजदूरों को रेल किराया के अलावा अगर यह राशि 1000 से कम होगी तो श्रमिकों को कम से कम 1000 का भुगतान किया जाएगा। प्रवासी श्रमिकों का बैंक खातों के साथ ब्योरा आपदा सम्पूर्ति पोर्टल पर अपलोड किया जाएगा। एनआईसी के इस पोर्टल पर श्रमिकों का ब्योरा आने पर सीधे बैंक खाते में पैसा भेज दिया जाएगा।

दिव्यांग जनों को बिहार वापस लाने की तैयारी

समाज कल्याण विभाग ने राज्य आपदा विभाग से दिव्यांग जनों को मदद करने का अनुरोध किया था| देश के अन्य राज्यों में वे लॉकडाउन के कारण फसे हुए हैं| सरकार ने उनको बिहार वापस लाने के लिए एक विशेष नोडल अधिकारी की तैनाती की है| दिव्यांगजनों को लाने के लिए विभाग के संयुक्त सचिव श्याम बिहारी मीणा को नोडल पदाधिकारी बनाया है। वे सभी राज्यों से बात कर, आपसी सहमती बनाकर उन्हें वापस लाने की व्यवस्था करेंगें|


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