बिहार में कोरोना के मरीजों की संख्या 1500 से भी ज्यादा हो गया। इस संकट के बीच बिहार सरकार ने एक चौंकाने वाला फैसला लिया है। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने बिहार के स्वास्थ्य विभाग के प्रधान सचिव के पद से संजय कुमार को हटा दिया है।
संजय कुमार को स्वास्थ्य विभाग से हटाकर पर्यटन विभाग का प्रधान सचिव बनाया गया है। वहीं पर्यटन विभाग के प्रधान सचिव उदय सिंह कुमावत को अब स्वास्थ्य विभाग का प्रधान सचिव बनाया गया है।
नीतीश कुमार के इस फैसले से सब हैरत में हैं। संजय कुमार नीतीश कुमार के सबसे ज्यादा विश्वास पात्र अधिकारियों में से एक हैं। संजय कुमार 1990 बेच के आईएएस अधिकारी हैं और राज्य के रोहतास जिले के रहने वाले हैं।
बिहार लौटने से पहले वे झारखंड के मुख्यमंत्री के प्रधान सचिव थे। अधिकारियों के बीच उनकी छवि एक ईमानदार और तेज – तरार अफसर की है। बिहार के स्वास्थ्य सचिव पद पर रहते हुए वे सोशल मीडिया पर भी काफी एक्टिव थे और कोरोना से संबंधित जानकारी सोशल मीडिया के जरिए शेयर भी करते थे। फिर सवाल है कि इस संकट दौरान संजय कुमार को स्वास्थ्य सचिव के पद से नीतीश कुमार ने क्यों हटाया ?
बीजेपी के एक नेता से नहीं बन रही थी
मीडिया में आ रही खबरों के अनुसार संजय कुमार को नीतीश ने अपने मर्जी से नहीं हटाया है। बताया जा रहा है कि सरकार में बीजेपी के एक मंत्री से उनकी नहीं बनती थी। इस मामले लो लेकर उस बीजेपी नेता की मुलाकात कल नीतीश कुमार से हुई थी।
बताया जा रहा है कि नीतीश कुमार के पसंदीदा अधिकारी होने के बाद भी उन्हें दवाब में यह फैसला लेना पड़ा।
लापरवाही की आ रही थी खबर
संजय कुमार के ट्रांसफर का एक और कारण बताया जा रहा है। हाल के दिनों में बिहार में कोरोना के मामले बड़ी तेजी से बढ़े हैं। कोरोना मरीजों की संख्या 1500 के पार हो चुकी है। इसके साथ राज्य भर में बने क्वारंटिन सेंटरों में कुव्यवस्था की काफी शिकायत आ रही थी। इसको लेकर भी करवाई संभव है।