बिहार में कोरोना पॉजिटिव के मामले एक हज़ार के करीब पहुँच गया है| प्रवासी मजदूरों के राज्य में वापस आने के बाद राज्य में कोरोना पॉजिटिव मामले की संख्या काफी तेजी से बढ़ रही है| स्वास्थ्य विभाग के मुताबिक देर शाम को 14 जिलों में 45 कोरोनावायरस संक्रमित मरीजों की पुष्टि हुई।
बुधवार को बिहार के आईएएस अधिकारी के कोरोना पॉजिटिव का मामला सामने आने के बाद अधिकारयों में हरकंप मच गया| दूसरे राज्यों में पुलिस अधिकारी या आईएएस के कोरोना पॉजिटिव होने के कई मामले सामने आये हैं मगर यह बिहार में पहला मामला है| बताया जा रहा है कि अधिकारी नालन्दा के हिलसा में अनुमंडल पदाधिकारी के पद पर तैनात है| अधिकारी 2017 बैच के आईएएस अधिकारी बताये जा रहे हैं|
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खास बात यह है कि अधिकारी का कोई ट्रेवल हिस्ट्री नहीं है| यानी वे नालंदा में ही पहले से संक्रमित मरीज से संपर्क में आये होंगे| सरकार ने जानकारी दी है कि अधिकारी को क्व़ारंटीन में भेज दिया गया है| वहीं अनुमंडल के बाकी सभी कर्मचारियों का कोरोना टेस्ट करवाया जा रहा है|
यह मामला आने के बाद अधिकारियों में भी भय का माहौल है| सबसे ज्यादा उन अधिकारयों को सतर्क रहने की जरुरत है जो फील्ड में काम कर रहे हैं| हालांकि कि बिहार के आईपीएस अधिकारियों की कोरोना टेस्ट की गयी थी मगर सब नेगेटिव निकले हैं|
बिहार में स्वस्थ्य कर्मियों के भी कोरोना पॉजिटिव होने के कई मामले आये हैं| स्वास्थ कर्मियों में सबसे ज्यादा संक्रमित नर्स हो रही है| बुधवार को भी आईजीआईएमएस और एनएमसीएच की दो नर्सों की रिपोर्ट पॉजिटिव आई है। नालंदा के एकंगरसराय में तैनात एक नर्स भी संक्रमित है।
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