दुष्कर्मी लोगों का कोई जात या धर्म नहीं होता, वे कभी भी, कही भी मिल सकते हैं| एक तरफ जहाँ पूरी दुनिया में कोरोना के ईलाज में लगे डॉक्टरों को भगवान का दर्जा दिया जा रहा है, उनके लिए सम्मान में लोग ताली बजा रहे हैं, तो दूसरी तरफ बिहार के अनुग्रह नारायण मगध मेडिकल कॉलेज व अस्पताल के एक डॉक्टर के करतूत ने डॉक्टरों के साथ पूरे समाज को शर्मसार कर दिया है|
दैनिक जागरण में प्रकाशित एक खबर के अनुसार अस्पताल के आइसोलेशन वार्ड में भर्ती विवाहिता से एक चिकित्सक द्वारा दुष्कर्म करने का मामला सामने आया है। अस्पताल से छुट्टी के बाद घर लौटी विवाहिता की मौत हो गई है।
रोशनगंज थाना क्षेत्र के एक गांव की 24 वर्षीय विवाहिता लॉकडाउन के कारण अपने पति के साथ बीती 25 मार्च को पंजाब प्रांत के लुधियाना से ससुराल लौटी थी। वह दो माह की गर्भवती थी। लुधियाना में उसे अत्यधिक रक्तस्राव होने के कारण गर्भपात कराना पड़ा था। जब वह गांव लौटी, तब भी ब्लीडिंग हो रही थी।
इस कारण उसके पति ने उसे 27 मार्च को मगध मेडिकल कॉलेज के इमरजेंसी वार्ड में भर्ती कराया था। यहां इलाज के बाद उसे एक अप्रैल को कोरोना संक्रमण की आशंका को लेकर आइसोलेशन वार्ड में भर्ती करा दिया गया था। वह वार्ड में अकेली रहती थी। यहीं नियमित जांच करने आने वाले एक चिकित्सक ने दुष्कर्म किया। इसी बीच तीन अप्रैल को उसे अस्पताल से छुट्टी दे दी गई। जांच में उसकी रिपोर्ट निगेटिव मिली थी। ससुराल लौटने के बाद उसकी सोमवार को मौत हो गई।
सोशल मीडिया पर खबर प्रसारित होने पर मेडिकल थानाध्यक्ष फहीम खां आजाद ने उसके स्वजनों से संपर्क साधा तो सास ने चिकित्सक व सुरक्षाकर्मी पर दुष्कर्म का आरोप लगा कार्रवाई की मांग की है।
इसके बावजूद थानाध्यक्ष का कहना है कि अभी तक कोई सच्चाई नहीं मिली है। अभी कोई लिखित आवेदन नहीं मिला है। आवेदन मिलते ही आरोपितों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी।
मृतका की सास के अनुसार, घर लौटने पर उनकी बहू बहुत डरी-सहमी रहती थी। किसी से कोई बात नहीं करती थी। कारण पूछने पर उसने बताया था कि –
आइसोलेशन वार्ड में माथे पर टीका लगाकर आने वाले एक डॉक्टर ने एक रात अकेली पाकर उसके साथ दुष्कर्म किया था। बहू ने यह बात सुरक्षाकर्मी को बताई थी, लेकिन उसने इज्जत की खातिर शांत रहने की बात कही थी। इसके बाद चिकित्सक ने दूसरी रात भी उसके साथ दुष्कर्म किया।
वहीं मगध मेडिकल कॉलेज के अधीक्षक डॉ. विजय कृष्ण प्रसाद ने कहा कि प्रथमदृष्टया मामला गंभीर है। हालांकि अभी सत्यता नहीं मिली है, लेकिन जांच के निर्देश दे दिए गए हैं। प्रशासन व अस्पताल दोनों ही स्तर से जांच कराई जा रही है। आइसोलेशन वार्ड के सीसीटीवी फुटेज को भी खंगाला जा रहा। जांच के बाद आरोपितों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई होगी।
Source: Dainik Jagran