प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि के पैसों को बिहार के किसानों के खाते में भेजने की प्रक्रिया शुरू हो चुकी है| इसके लिए राज्य सरकार ने 58.60 लाख किसानों के फंड ट्रांफर ऑर्डर (एफपीओ) केन्द्र सरकार को भेज दिया है।
देश में कोरोना वायरस (Corona Virus) लगातार फैलता जा रहा है| इस महामारी के प्रकोप से बचने के लिए इन दिनों लोग तरह-तरह से संघर्ष करते नजर आ रहे हैं| व्यापार पर भी इसका खासा असर हुआ है| किसान भी इसके प्रकोप से बचे नहीं है| इसलिए अब केन्द्र सरकार अप्रैल से जुलाई की किस्त दो हजार रुपये हर किसान के खाते में डालेगी।
राज्य सरकार ने 58 लाख 60 हजार किसानों के अप्रैल से जुलाई की किस्त के भुगतान के लिए निधि अंतरण आदेश (एफपीओ) केंद्र सरकार को भेज दिया है। बिहार के किसानों के खाते में कुल 1161 करोड़ 59 लाख रुपये डाले जाएंगे। पुरानी किस्त के लिए भी दो लाख किसानों का एफपीओ भेजा गया है। इस तरह 61 लाख किसानों के खाते में 1220 करोड़ रुपये आने वाले हैं।
हालांकि बिहार में 65 लाख से ज्यादा किसानों ने आवेदन कर रखा है, लेकिन कुछ न कुछ त्रुटि होने के चलते उन्हें अभी इस लाभ से वंचित रहना पड़ रहा है।
प्रधानमंत्री किसान सम्मान के पैसे केंद्र की ओर से सीधे किसानों के खाते में आते हैं। राज्यों की भूमिका सूची को मिलाकर पात्र किसानों का चयन कर अनुशंसा भेजने की होती है। यह पैसा उन्हीं खाते में भेजा जाता है, जो आधार और मोबाइल नंबर के साथ लिंक हैं। कुछ किसानों के आवेदन में खाता के साथ आधार नंबर जुड़ा नहीं होने के कारण उन्हें लाभ नहीं मिल पा रहा है। ऐसे किसान अपने बचत खाते के साथ आधार नंबर और मोबाइल नंबर लिंक करवाकर दोबारा आवेदन कर सकते हैं।