जहानाबाद में एंबुलेंस नहीं मिलने से बच्चे की मौत के जिम्मेदार 7 लोगों पर डीएम ने किया करवाई

Aapna Bihar ने कल सोशल मीडिया के अपने अधिकारिक पेज पर एक विडियो शेयर किया था जिसके बाद वह वायरल हो गया| विडियो में एक महिला अपने हाथों में 3 साल के बच्चे की लाश लेकर बदहवास भाग रही थी|

मामला जहानाबाद का है, जहाँ बुलेंस नहीं मिलने के कारण तीन साल के बच्चे की मौत हो गई। जिले के सदर अस्पताल में उसका इलाज चल रहा था। शुक्रवार को डॉक्टरों ने उसे पटना रेफर कर दिया, लेकिन पटना ले जाने के लिए एंबुलेंस नहीं मिली।

डॉक्टरों के पटना रेफर करने के बाद पिता एंबुलेंस के लिए इधर-उधर भटकता रहा। इस दौरान बच्चे ने मां की गोद में दम तोड़ दिया। बच्चे की मौत के बाद शव को गांव ले जाने के लिए भी परिवार को एंबुलेंस मुहैया नहीं कराई गई।

इसको एक स्थानीय पत्रकार उत्कर्ष सिंह ने अपने फ़ोन में रिकॉर्ड कर सोशल मीडिया पर डाला| Aapna Bihar पर विडियो के शेयर होते ही आग की तरह विडियो सब जगह फैल गयी| मामला सामने आने के बाद प्रशासन पर भी दबाव बढ़ा, जहानानद डीएम ने करवाई करते हुए सात लोगों पर कार्रवाई की है|

जिलाधिकारी ने अस्पताल के हेल्थ मैनेजर को निलंबित कर दिया है| साथ ही दो चिकित्सकों और चार नर्सों पर कड़ी कार्रवाई के लिए विभाग को अनुशंसा कर दी है| इसके अलावा एंबुलेन्स एजेंसी के सुपरवाइजर पर भी गाज गिरने की बात बतायी जा रही है|

क्या है मामला

घटना के संबंध में बताया जाता है कि जहानाबाद के सदर अस्पताल में अरवल जिले के कुर्था थाना क्षेत्र के लारी सहोपुर गांव के गिरजेश ने तीन वर्षीय मासूम को इलाज के लिए पहले कुर्था स्थित प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र में भर्ती कराया गया, जहां से डॉक्टरों ने उसे जहानाबाद रेफर कर दिया|लॉकडाउन के कारण परिजन किसी तरह ऑटो से जहानाबाद सदर अस्पताल पहुंचे| यहां डॉक्टरों ने बच्चे की गंभीर स्थिति को देखते हुए पटना रेफर कर दिया|

बच्चे के पिता गिरिजेश कुमार का आरोप है कि सदर अस्पताल के लोगों ने बच्चे को पटना रेफर किए जाने के बाद हमें हमारे हाल पर छोड़ दिया। न ही एंबुलेंस मुहैया कराई गई, ना ही कोई दूसरी व्यवस्था दी गई। बेटे को कई दिनों से सर्दी खांसी थी। लगातार बुखार भी आ रहा था। पहले उसने स्थानीय डॉक्टर को दिखाया। जब बेटे को आराम नहीं मिला तो कुर्था के प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र में दिखाया। यहां से उसे जहानाबाद सदर अस्पताल रेफर कर दिया गया। कुर्था में भी उसे एंबुलेंस नहीं मिली थी। उस समय हम टैम्पो करके अरवल जिले से जहानाबाद आए। जहानाबाद में बच्चे की स्थिति को देखते हुए यहां के डॉक्टरों ने उसे पटना के पीएमसीएच हॉस्पिटल रेफर कर दिया।

लेकिन, अस्पताल की ओर से एंबुलेन्स समय पर उपलब्ध नहीं कराया जा सका| इसके बाद बच्चे को गोद में लिये मां पैदल ही पटना के लिए रवाना हो गयी| लेकिन, रास्ते में ही बच्चे ने दम तोड़ दिया| यही नहीं, जब शव ले जाने के लिए भी एंबुलेंस नहीं मिली तो माता-पिता पैदल ही बच्चे का शव लेकर गांव जाने लगे। इस पर स्थानीय लोगों ने उनके घर जाने की व्यवस्था की। इसके बाद बच्चे का शव लेकर परिवार अरवल जिला के शाहपुर रवाना हो पाया। शुक्रवार को हुई घटना शनिवार को सामने आने के बाद डीएम ने कार्रवाई की है।

घटना के संबंध में सिविल सर्जन ने कहा है कि अगर एंबुलेन्स कर्मी दोषी पाया गया, तो कार्रवाई की जायेगी| मामले की जांच की जा रही है कि किस स्तर से लापरवाही हुई है|

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