19 साल बाद राखी आ स्वतंत्रता दिवस एक्के दिन पड़ा है. ई से पहिले 2000 ईसवी में इस्कूल में झंडा फहराकर राखी बन्हवाने के लिए जल्दी घरे भागे थे. पहला-दूसरा में रहे होंगे. ऊ जमाना जिओ आ नेटफ्लिक्स का नहीं था. ना फेसबुक पर कौनो सेल्फी विद राखी चेपे का झंझट था आ ना कौनो सेक्रेड गेम्स पार्ट 2 का इंतज़ार. दू ठो बतासा में खुश हो जाते थे ता एक मुट्ठी बुनिया में बहुत जादा खुश..🥨🍨
2000 ईसवी वाला 15 अगस्त हमरा लिए खुशी आ मौज मस्ती का कॉम्बो पैक था. एक तो इस्कूल में छुट्टी, चारों बगल से जिलेबी आ बुनिया का बरसात आ आज इस्कूल में फिलिमो चलेगा. जल्दी से राखी बन्हवाकर फिर से इस्कूल भागना है. आगे जगह लेना है एक्कदम. पीछे से कुछो बुझैबे नै करता है..📺🎞
पूरा इंतज़ाम हो गया है. बड़का बैटरा आया है मतलब चार ठो फिलिम ता खींचिए देगा. फिलिम चलाबे का डिपार्टमेंट मनोज सरजी के हाथ में था. “तिरंगा” आ “क्रांति” सरजी का दू ठो फेवरेट था. पहिले तिरंगा चला. नाना पाटकर आ राजकुमार हीरो वाला. एक से एक डायलाग आ एक से एक फाइट सीन.लीजिए दूठो डायलाग आपहूँ सुन लीजिए..🤩
– ना तलवार की धार से, ना गोलियों की बौछार से. बन्दा डरता है तो सिर्फ परवरदिगार से..🙏🏻
– अपना तो उसूल है पहले मुलाक़ात, फिर बात और फिर ज़रूरत पड़े तो लात..👊🏻
इंस्पेक्टर वागले आ ब्रिगेडियर सूर्यदेव सिंह का जोड़ी कमाल कर दिया. मतलब एक्कदम भौकाल. डायलागबाजी के दुन्नू बेताज़ बादशाह. आवाज़ अईसा दमदार कि सामने वाला का होश उड़ा दे. गाना “आन तिरंगा है, मेरी जान तिरंगा है” जब बजता ता रोआं खड़ा कर देता. फिलिम के अंतिम सीन में प्रलयनाथ गैंडास्वामी भारत को तबाह करने के लिए तीन ठो मिसाइल खड़ा किया. एक बार को इंस्पेक्टर वागले को कुच्छो समझ नहीं आया कि अब का करें! पर ब्रिगेडियर अभियो मुस्कुरा के पाइप पी रहे थे. प्रलयनाथ ने पाइप मुंह से फेंका आ एक धमाके के साथ ब्रिगेडियर तीनों मिसाइल का “फ्यूज कंडक्टर” निकाल दिए. हमलोग खुशी से उछल गए. मनोज सर कुर्सी पर जोर से हाथ मारकर बोले जियो बेट्टा राजकुमार.🚀📟🕹
ई घटना को बीते उन्नीस साल हो गया. ई बार भी राखी आ स्वतंत्रता दिवस एक्के दिन पड़ा है. हमारे गृह मंत्री महोदय देशद्रोही, अलगाववाद आ पत्थरबाजी जइसे तीन ठो मिसाइल का “फ़्यूजे कंडक्टर” निकाल लिए हैं. एक बार फिर पूरा देश गा रहा है “आन तिरंगा है, मेरी जान तिरंगा है..”🇮🇳💐
– Aman Aakash…✍🏻©