बिहार के युवा उद्यमी एवं भारत के युवा आइकॉन शरद सागर को इंग्लैंड के प्रसिद्द केम्ब्रिज विश्वविद्यालय से सम्मान प्राप्त हुआ। इंग्लैंड की महारानी क्वीन एलिज़ाबेथ के “यंग लीडर” के बतौर शरद सागर को कैंब्रिज यूनिवर्सिटी के इंस्टिट्यूट ऑफ़ कंटीन्यूइंग एजुकेशन से“नेतृत्व” एवं प्रशासन में डिप्लोमा प्राप्त हुआ है।
वर्ष 2018 के लिए शरद सागर को “क्वीन्स यंग लीडर्स” में शुमार किया गया था। इंग्लैंड की महारानी एलिज़ाबेथ के सम्मान में स्थापित किया गया यह पुरस्कार राष्ट्रमंडल के 52 देशों से प्रभावपूर्ण कार्य कर रहे चुनिंदा युवाओं को सम्मानित करता है। यह प्रतिष्ठित पुरस्कार 2018 में आखिरी बार दिया गया और बिहार से यह सम्मान पाने वाले शरद पहले एवं एकमात्र युवा रहेंगे।
ख़ास क्वीन एलिज़ाबेथ के निर्देश पर केम्ब्रिज यूनिवर्सिटी ने बनाया विशेष पाठ्यक्रम
क्वीन एलिज़ाबेथ के डायमंड जुबली ट्रस्ट के निर्देश पर केम्ब्रिज यूनिवर्सिटी ने दुनिया भर से चुने गए “क्वींस यंग लीडर्स” के लिए यह ख़ास पाठ्यक्रम बनाया था ताकि उनकी दुनिया भर में नेतृत्व करने की क्षमता को और बल मिले जिसके लिए केम्ब्रिज यूनिवर्सिटी के दिग्गजों एवं विद्वानों को इस ख़ास पाठ्यक्रम के लिए नियुक्त किया गया था। दुनिया भर के 52 राष्ट्रमंडल देशों से चुने गए कुल 124 युवाओं को ही सिर्फ केम्ब्रिज यूनिवर्सिटी द्वारा यह पाठ्यक्रम पूरा करने का अवसर मिला।
यह पाठ्यक्रम का आखिरी साल था। इस प्रोग्राम के डायरेक्टर डॉ फ्रांसिस ब्राउन ने शरद को लिखे पत्र में शरद को प्रोग्राम के “असाधारण” प्रतिभागियों में गिना है। डॉ ब्राउन अपने पत्र में लिखती हैं – “मुझे मालूम है की आप में हर वो चीज़ है जिससे आप अपने काम को और असाधारण जीवन को समाज कल्याण में लगाएंगे।”
इंग्लैंड में स्थित केम्ब्रिज यूनिवर्सिटी दुनिया के सबसे पुराने एवं ऐतिहासिक विश्वविद्यालयों की सूची में शुमार है और दुनिया भर के सर्वोत्तम विश्वविद्यालय के रूप में जाना जाता है।
केम्ब्रिज यूनिवर्सिटी साल 1209 में इंग्लैंड के किंग हेनरी 3 के राजकीय़ अध्यादेश द्वारा स्थापित किया गया और पिछले कई शताब्दियों में दुनिया भर के महानतम लोगों ने यहाँ से शिक्षा ग्रहण की। भारत के कई प्रधान मंत्री एवं राष्ट्रपतियों की शिक्षा भी केम्ब्रिज विश्वविद्यालय में ही हुई।
शरद सागर ने कहा –
“छोटी उम्र से ही हमने अपने किताबों में केम्ब्रिज यूनिवर्सिटी एवं वहां के दिग्गजों के बारे में पढ़ा है चाहे वो न्यूटन हों, स्टीफेन हाकिंग हों या फिर रामानुजन हों। आज क्वीन एलिज़ाबेथ के माध्यम से अगर इस ऐतिहासिक विश्वविद्यालय से जुड़ने का मौका मिला तो यह मेरे लिए सम्मान की बात है।”
भारत के युवा आइकॉन शरद सागर
शरद सागर एक भारतीय युवा आइकॉन, विश्व प्रसिद्द उद्यमी एवं 21वीं शताब्दी के लीडर हैं जिनके शिक्षा एवं सामाजिक सेवा में किये गए काम एक पूरी पीढ़ी को प्रेरणा देती है। कई यूएन पुरस्कार के विजेता शरद दुनिया भर के सबसे प्रभावशाली नेताओं, संस्थानों, विश्वविद्यालयों, सरकारों एवं अखबारों द्वारा चित्रित किये गए हैं एवं उन्हें संयुक्त राष्ट्र, वाइट हाउस, वर्ल्ड बैंक, हार्वर्ड, आईआईटी एवं आईआईएम जैसे संस्थानों द्वारा आमंत्रित एवं सम्मानित किया गया हैं।
इस उपलब्धि के साथ शरद के अंतरराष्ट्रीय पुरस्कारों एवं सम्मानों की सूची और लंबी हो गयी है। 2016 में शरद एकमात्र भारतीय थे जिन्हे अमेरिकी राष्ट्रपति बराक ओबामा द्वारा वाइट हाउस आने का आमंत्रण मिला। शरद विश्व के 100 सबसे प्रभावशाली युवा उद्यमियों की सूची में भारत से सबसे ऊपर हैं। शरद फोर्ब्स पत्रिका के 30 अंडर 30 की सूची में मार्क ज़ुकेरबर्ग एवं मलाला यूसफज़ई के साथ शामिल होने वाले बिहार से एकमात्र हैं। दिसंबर 2016 में नोबेल पीस सेण्टर ने शरद को ओस्लो, नॉर्वे में होने वाले नोबेल शान्ति पुरस्कार समारोह में विशेष अतिथि के रूप में आमंत्रित किया। शरद ने एशिया, अमेरिका और यूरोप में प्रसिद्ध भाषण दिए हैं और ऑनलाइन उनके भाषणों को लाखों लोग द्वारा सुना जाता है।