बिहार बोर्ड इंटरमीडिएट के छात्रों के लिए रिजल्ट का इंतजार खत्म हो गया है| बिहार बोर्ड के द्वारा 12वीं का रिजल्ट जारी कर दिया गया है| बीएसईबी कार्यालय में शिक्षा मंत्री कृष्णनंदन वर्मा ने रिजल्ट की घोषणा की| साइंस, ऑर्ट्स और कॉमर्स तीनों विषयों के रिजल्ट की घोषणा की गई है| इंटरमीडिएट परीक्षा में शामिल हुए छात्रों में 52.9 प्रतिशत छात्र सफल हुए है| कार्मस में 82 प्रतिशत, साइंस में 45 प्रतिशत और आर्ट्स में 42 प्रतिशत छात्र सफल हुए है|
बिहार इंटरमीडिएट रिजल्ट में साइंस संकाय से शिवहर की कल्पना कुमारी ने पहला स्थान प्राप्त किया है. वहीं, ऑर्ट्स संकाय से सिमुलतला की कुसुम और मुजफ्फरपुर की निधि सिन्हा ने कॉमर्स में टॉप किया है. साइंस टॉपर कल्पना को 434 अंक प्राप्त हुए है. जबकि कुसुम को 424 अंक प्राप्त हुए हैं.
बता दें कि कल्पना ने हाल ही में NEET टॉपर घोषित की जा चुकी है| शिवहर की रहने वाली कल्पना कुमारी ने अब बिहार बोर्ड इंटर परीक्षा में साइंस टॉपर बन गई है|
बिहार बोर्ड से जिन छात्रों को कम अंक मिले हैं वह स्क्रुटनी के लिए अप्लाई कर सकते हैं। स्क्रूटनी के लिए 13 जून से ऑनलाइन आवेदन शुरू होंगे।
छात्र अब अपना रिजल्ट बोर्ड की आधिकारिक वेबसाइट पर देख सकते हैं। बोर्ड 12वीं आर्ट्स रिजल्ट समेत अन्य स्ट्रीम के रिजल्ट भी आज ही जारी करेगा। बिहार बोर्ड की ओर से यह रिजल्ट बोर्ड की आधिकारिक वेबसाइटों biharboard.ac.in और www.bsebssresult.com पर उपलब्ध होगा। इसके अलावा छात्र लाइव हिन्दुस्तान के ‘बोर्ड रिजल्ट्स’ पेज पर क्लिक कर भी अपना रिजल्ट पा सकते हैं।
बिहार बोर्ड ने कल मंगलवार को सूचना दी थी कि 12वीं के नतीजे आज शाम साढ़े चार बजे जारी किए जाएंगे। लेकिन कुछ कारणों की वजह से रिजल्ट कुछ मिनट देर से जारी हो सका। परीक्षाफल की घोषणा माननीय मंत्री, शिक्षा विभाग, श्री कृष्णनंदन प्रसाद वर्मा द्वारा की गई। इस अवसर पर श्री आरके महाजन, प्रधान सचिव, शिक्षा विभाग एवं श्री आनंद किशोर, अध्यक्ष, बिहार विद्यालय परीक्षा समिति उपस्थित रहे।
बिहार बोर्ड इससे पहले 12वीं के नतीजे को 6 जून के बजाए एक दिन बाद 7 जून को घोषित करने जा रहा था। लेकिन दिल्ली विश्वविद्यालय में एडमिशन के चलते बोर्ड ने तारीख को बदलकर आज यानी 6 जून कर दिया।
वहीं, इस बार छात्रों को 10 प्रतिशत तक ग्रेस मार्क्स दिया गया है. फेल होनेवाले छात्रों को अधिकतम 10 फीसदी तक ग्रेस दिया गया है| हालांकि भाषा विषय में फेल होने वाले छात्रों को ग्रेस मार्क्स नहीं दिया गया है|