बिहार की छवि दिन पर दिन बदल रही है। इसके साथ ही बिहार की सुंदर प्राकृतिक वादियां, धार्मिक स्थलें, एतिहासिक धरोहरें और बिहार संस्कृति भी अब लोगों को खूब लोभा रही है।
सात समुंदर पार से भारी संख्या में लोग बिहार घूमने आ रहे हैं और हर साल एक नया किर्तिमान बन रहा है। इस बार भी वर्ष 2016 की तुलना में रिकॉर्ड पर्यटक बिहार आए। देसी और विदेशी सैलानियों को मिलाकर 3 करोड़ 34 लाख 96 हजार 768 पर्यटक आए। यह 2016 से लगभग 14 फीसदी अधिक है।
आपको यह जानकर खुशी होगी की यह संख्या पड़ोसी राज्य झारखंड की जनसंख्या (3.29 करोड़) से भी अधिक है।
विदेशी पर्यटकों की संख्या में भी वृद्धि हुई है।
इस बार पितृपक्ष मेला (गया) में पिछले साल की तुलना में कम श्रद्धालु पहुंचे। पिछली बार जहां 8 लाख 31 हजार से अधिक श्रद्धालु आए थे वहीं इस बार 6 लाख 35 हजार 600 ही आए। यानी लगभग दो लाख कम लोग आए। हालांकि श्रावणी मेले में आने वाले भक्तों की संख्या में इस बार ढाई लाख तक की वृद्धि हुई। इसी तरह सोनपुर मेले में भी इस बार 15 हजार 839 लोग अधिक आए।
विदेशी पर्यटकों की संख्या 70 हजार बढ़ी
विदेशी सैलानियों को भी बिहार लुभा रहा है। वर्ष 2016 की तुलना में 2017 में विदेशी पर्यटकों की संख्या में भी इजाफा हुआ है। 2016 में जहां 10 लाख 10 हजार 531 सैलानी आए थे, वहीं बीते साल 10 लाख 82 हजार 705 पर्यटक आए। विदेशी पर्यटकों के मामले में गया अव्वल रहा। गया में 3 लाख 13 हजार 817, जबकि बोधगया में 2 लाख 83 हजार 116 पर्यटक आए। अगर 2016 की बात करें तो यहां कुल 5 लाख 30 हजार 428 पर्यटक आए थे। नालंदा इस मामले में दूसरे व वैशाली तीसरे नंबर पर रहा।
14 फीसदी अधिक पर्यटक आए 2016 की तुलना में
2012 से अगर हम बिहार पर्यटन का आंकड़ा देखें तो लगातार बिहार आने वाले पर्यटकों की संख्या हर साल बढ़ रही है। मगर इस साल की वृद्धि सबसे ज्यादा है।
बिहार पहुंचे पर्यटक
2012 – 22544032
2013 – 22354141
2014 – 23373885
2015 – 28952855
2016 – 29528850
2017 – 33496768
Source: Hindustan