बिहार से काफी संख्या में लोग पढ़ने या कमाने के लिए दूसरे राज्यों में रहते हैं और ज्यादातर लोग बिहार आने-जाने के लिए रेलवे का ही प्रयोग करते हैं। जिसके कारण बिहार के लिए रेलवे का महत्व बहुत ज्यादा है।
इसी महत्व और जरूरत को देखते हुए केद्र सरकार अपने रेलवे बजट में बिहार के लिए कई सौगात दिए है। इस बार रेल बजट में बिहार को पिछले साल के मुकाबले 19 फीसद अधिक राशि मिली है। 4407 करोड़ से बिहार में रेलवे का विकास होगा।
इसमें दो नयी रेल लाइन, दो रूट पर गेज परिवर्तन, दो रूट पर रेल लाइन का दोहरीकरण और 11 रूट पर रेल लाइन का विद्युतीकरण शामिल है।
इन सभी परियोजनाओं के पूरा होने के बाद बिहार में रेल यातायात व्यवस्था में सुधार होगा और आर्थिक समृद्धि में मदद मिलेगी।
नये रेल बजट के अनुसार आठ किमी में बनने वाले बथनाहा-नेपाल कस्टम यार्ड और 25.8 किमी में बनने वाले बिहारशरीफ-बड़बीघा रेलखंड पर नयी रेल लाइन बिछायी जायेगी – जयनगर-जनकपुर-कुरथा में 34 किमी रेलखंड और झंझारपुर-घोघरडीहा में 20 किमी रेलखंड पर गेज परिवर्तन किया जायेगा। लखीसराय-करोटा-पटनेर-शेखपुरा में 25.32 किमी और मोहिनुद्दीननगर-बछवारा में 19.95 किमी रेलखंड का दोहरीकरण किया जायेगा। साथ ही 11 रेलखंडों पर कुल 773 किमी रेल लाइनों का विद्युतीकरण किया जायेगा। इन रेलखंडों का होगा विद्युतीकरण – वारिसलीगंज-तिलैया में 35 किमी – मुजफ्फरपुर-पीपरा-चनपटिया में 144 किमी – बिहारशरीफ-दनियावां में 38 किमी – फतुहा-इस्लामपुर में 43 किमी – आरा-विक्रमगंज में 57 किमी – समस्तीपुर-नयानगर में 40 किमी – गिरीडीह-दुरैतनगर में 52 किमी – रक्सौल-वैरगिनिया में 53 किमी – मानसी-सहरसा-दउरा-मधेपुरा में 63 किमी – किउल-पाटम-पिपेंटी में 152 किमी – गोरखपुर-कप्तानगंज-वाल्मीकिनगर में 96 किमी रेलखंड में विद्युतीकरण किया जायेगा।
इस संबंध में पूर्व मध्य रेल के अपर महाप्रबंधक अनूप कुमार ने गुरुवार को संवाददाताओं से बात करते हुए कहा कि बिहार के कई परियोजनाओं के लिए पर्याप्त राशि आवंटित की गई है। नेउरा-दनियावां-बिहारशरीफ-बरबीघा-शेखपुरा रेललाइन के निर्माण के लिए इस बजट में 50 करोड़ की राशि का आवंटन किया गया है। दनियावां से बरबीघा तक अगले साल 31 मार्च तक ट्रेनें दौडऩे लगेंगी। पटना से सीधे बरबीघा तक ट्रेन से पहुंचा जा सकेगा। नेउरा से दनियावां तक निर्माण कार्य जारी है।