बिहार में पहली बार घुड़सवारी की राष्ट्रीय स्तर की प्रतियोगिता होने जा रही है। पटना के वेटनरी कॉलेज मैदान और बीएमपी-5 के प्रांगण में 29 दिसम्बर से शुरू हो रहे ऑल इंडिया पुलिस अश्वारोही प्रतियोगिता में देश के विभिन्न इलाकों से आए घोड़े अपना दमखम दिखाएंगे। दर्शकों को एक से बढ़कर एक नजारे देखने को मिलेंगे। पिछली बार इस प्रतियोगिता में राष्ट्रीय पुलिस अकादमी की टीम चैंपियन थी।
36वां ऑल इंडिया अश्वारोही प्रतियोगिता 29 दिसम्बर से 7 जनवरी तक चलेगा। बिहार के राज्यपाल सत्यपाल मलिक इसका उद्घाटन करेंगे। बुधवार को बीएमपी-5 में आयोजित संवाददाता सम्मेलन में आयोजन समिति के सचिव सह डीजी सुनील कुमार ने यह जानकारी दी। बताया कि समापन समारोह के मुख्य अतिथि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार होंगे।
तैयारियों के बाबत सुनील कुमार ने बताया कि बिहार पुलिस समेत कुल 17 टीमें प्रतियोगिता में भाग ले रही हैं। प्रतियोगिता के लिए विभिन्न पुलिस संगठन के 253 घोड़े पटना पहुंच गए हैं। वहीं बिहार पुलिस की ओर से 20 घोड़े इसमें भाग लेंगे। साढ़े पांच सौ से ज्यादा प्रतियोगी (घुड़सवार) भी इसमें भाग लेंगे।
31 स्पर्धा और 180 पदक
प्रतियोगिता के दौरान कुल 31 स्पर्धाएं होंगी, जिसमें 180 पदक दांव पर होंगे। मुख्य प्रतियोगिता वेटनरी कॉलेज मैदान में होगी। आम नागरिक बगैर किसी शुल्क के प्रतियोगिता का आनंद उठा सकते हैं। सुबह 8 बजे से लेकर शाम के 4-5 बजे तक प्रतियोगिता चलेगी। दर्शकों के बैठने का भी इंतजाम किया गया है।
हाफ लिंगर से हेनुवेरियन नस्ल के घोड़े
प्रतियोगिता में मुख्य तौर पर चार नस्ल के घोड़े शामिल हो रहे हैं। इनमें हाफ लिंगर, देसी, क्रॉस और हेनुवेरियन नस्ल के घोड़े हैं। इन घोड़ों की अलग-अलग खासियत होती है। छत्तीसगढ़ पुलिस के पास हाफ लिंगर नस्ल के घोड़े हैं। ये यूरोप में मिलनेवाले घोड़ों की तरह तंदररुस्त होते हैं। इनकी खासियत है कि ये पटाखे की शोर में भी नहीं भड़कते। वहीं राष्ट्रीय पुलिस अकादमी का हेनुवेरियन नस्ल का घोड़ा 175 सेंटीमीटर ऊंचा है। प्रतियोगिता में कम से 140 सेंटीमीटर ऊंचे घोड़े ही भाग ले सकते हैं।
-अमित कुमार सचिन