खुशखबरी: तीन बहुराष्ट्रीय कंपनियों ने बिहार में 5 हजार करोड़ के निवेश का प्रस्ताव सरकार को दिया

बिहार लगातार विकास के पथ पर अक्सर है और उसी के साथ लोगों के बीच बिहार की छवि भी अच्छी बन रही है| इस सब के साथ ही राज्य में अब धीरे-धीरे निवेश का माहौल भी बन रहा है| नई उद्योग नीति और सिंगल विंडो सिस्टम लागू करने के बाद बड़ी कंपनियां भी बिहार में दिलचस्पी ले रही हैं| पांच हजार करोड़ रुपए का निवेश बिहार की दहलीज पर खड़ा है |

दिलचस्पी दिखाने वाली तीन बहुराष्ट्रीय कंपनियों ने लगभग 5 हजार करोड़ के निवेश का प्रस्ताव बिहार सरकार के उद्योग विभाग को दिया है| इनमें आईटीसी का फूड पार्क, इमामी ग्रुप का वनस्पति तेल और आबू धाबी के अल सहरा का लॉजिस्टिक पार्क शामिल है|

तीनों कंपनियां करीब 5 हजार करोड़ से अधिक का निवेश करेगी| इसके लिए तीनों कंपनियों के प्रतिनिधियों ने उद्योग मंत्री जय कुमार सिंह और विभाग के प्रधान सचिव एस सिद्धार्थ के सामने प्रस्ताव दिया है| बिहार सरकार के उद्योग मंत्री जय कुमार सिंह का कहना है कि अभी कई और बड़ी कंपनियों से बात चल रही है|

जय कुमार सिंह ने कहा, “नई उद्योग नीति बनने के बाद 5022 करोड़ के निवेश की मंजूरी मिल चुकी है.लगभग एक हजार करोड़ निवेश मंजूरी की प्रक्रिया में है| इसके अलावा निवेश के कई बड़े प्रस्ताव विभाग के पास पहुंचे हैं|”

इमामी कंपनी,बिहार में खाद्य तेल का कलस्टर विकसित करने जा रही है| आईटीसी ने पटना के 50 किलोमीटर के इर्द-गिर्द फूड प्रोसेसिंग पार्क बनाने का प्रस्ताव दिया है| कंपनी इंटीग्रेटेड फूड पार्क में 500 करोड़ रुपए का निवेश करेगी| कंपनी राज्य में पहले से ही निवेश कर रही है| मुंगेर में आईटीसी की फैक्ट्री है| बिहार वनस्पति तेल का एक बड़ा बाजार है और इसे देखते हुए इमामी ग्रुप में भी राज्य में निवेश में दिलचस्पी दिखाई है|

इसके अलावा दुनिया की बड़ी लॉजिस्टिक कंपनी में शुमार अल सहरा लॉजिस्टिक ने उत्तर बिहार में लॉजिस्टिक पार्क में डेढ़ हजार करोड़ से अधिक निवेश का प्रस्ताव दिया है|

हालांकि बिहार में निवेश के मुद्दे पर कांग्रेस के नेता हरखू झा का कहना है कि निवेश के माहौल बनने का दिखावा किया जा रहा है| धरातल पर एक भी बड़ा निवेश नहीं हुआ है| बिहार में कानून व्यवस्था के हालात बड़े निवेश की राह में बड़ा रोड़ा है|

बिहार में निवेश के लिए निवेशकों को रिझाने के लिए सरकार ने ग्लोबल समिट कराने से लेकर कई सारे उपाय किए लेकिन बड़े निवेशक अबतक बिहार से दूर ही रहे हैं| जमीन की उपलब्धता, बिहार की छवि से लेकर कानून व्यवस्था तक निवेश की राह में रोड़ा रहे हैं बहरहाल कंपनियों की दिलचस्पी से बिहार में निवेश की उम्मीद जगी है|

Source: News 18

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