बिहार की राजधानी पटना को स्मार्ट सिटी बनाने के लिए सरकार और प्रशासनिक स्तर पर गतिविधियां तेज हो गई है। पटना को स्मार्ट सिटी बनाने की कवायद में कई कंपनियों ने रुचि दिखाई है। पटना शहर को स्मार्ट कौन सी एजेंसी बनाएगी, 20 नवंबर तक इसके लिए प्रोजेक्ट मैनेजमेंट कंसलटेंसी (पीएमसी) एजेंसी का चयन कर लिया जाएगा।
पीएमसी के लिए जापान, स्पेन सहित कई देशों की कंपनियां दौड़ में शामिल हो गई हैं। कुल पांच कंपनियों में से एक कंपनी को शहर को स्मार्ट बनाने का जिम्मा मिलेगा।
बोर्ड ऑफ डायरेक्टर्स कर रहा मॉनिटरिंग
पटना को स्मार्ट सिटी का दर्जा दिलाने के लिए केंद्र सरकार के निर्देश पर एक कंपनी का गठन किया गया है। कंपनी के बोर्ड ऑफ डायरेक्टर्स में पटना के प्रमंडलीय आयुक्त आनंद किशोर, मेयर सीता साहू, पटना जिलाधिकारी संजय अग्रवाल, बुडको एमडी अमरेंद्र सिंह और केंद्र सरकार के प्रतिनिधि संजय शर्मा शामिल हैं।कंपनी के अध्यक्ष आनंद किशोर हैं।
पहले सड़कों को बनाया जाएगा स्मार्ट
स्मार्ट सिटी परियोजना के तहत पटना के 15 प्रमुख सड़कों का चयन किया गया है। पहले चरण में चयनित 15 सड़कों को स्मार्ट बनाया जाएगा। चयनित सड़कों में बुद्ध मार्ग से गांधी मैदान रोड के टी एन बनर्जी पथ, SP वर्मा रोड, बंदर बगीचा रोड, हार्डिंग रोड, एग्जीबिशन रोड, न्यू डाक बंगला रोड, जमाल रोड, फ्रेजर रोड, बुद्ध मार्ग, विद्यापति मार्ग, चीना कोठी मार्ग शामिल हैं। गांधी मैदान के चारों ओर की सड़कों का भी चयन किया गया है।
वेंडिंग जोन पर भी होगा काम
पटना को स्मार्ट सिटी बनाने के अलावा वेंडिंग जोन पर भी काम शुरु हो गया है। आयुक्त आनंद किशोर की अध्यक्षता में होने वाली बैठक में वेंडिंग जोन पर अंतिम मुहर लगेगी। सड़कों पर लगने वाले जाम और वाहनों के पार्किंग की समस्या को देखते हुए नए वेंडिंग जोन तैयार किए जा रहे हैं।
तीसरे चरण में पटना शहर का चयन स्मार्ट सिटी के लिए किया गया है। इतनी तेजी से काम होगा कि दोनों चरणों से पटना आगे निकल जाएगा। इसी वजह से निर्णय फटाफट लिए जा रहे हैं। पटना स्मार्ट सिटी लिमिटेड के बोर्ड ऑफ डायरेक्टर की पहली बैठक 14 नवंबर तो दूसरी बैठक तीन दिन के अंतराल पर की गई। कंपनी बनने की घोषणा दस नवंबर को की गई।
– आनंद किशोर, अध्यक्ष, पटना स्मार्ट सिटी लिमिटेड सह प्रमंडलीय आयुक्त