खुशखबरी: पटना और मुजफ्फरपुर को स्मार्ट सिटी बनने के लिए 4357 करोड़ रूपये हुए आवंटित

देर से ही सही मगर लगता है बिहार के पटना और मुजफ्फरपुर शहर के लिए अच्छे दिन जल्द ही आने वाली है| ज्ञात हो कि केंद्र प्रायोजित स्मार्ट सिटी मिशन योजना के तहत बिहार के पटना और मुजाफ्फरपुर को स्मार्ट सिटी के रूप में विकशित करना है| इन दोनों शहर को स्मार्ट सिटी बनाने के लिए अलग-अलग एसपीवी (स्पेशल परपस व्हीकिल) कंपनी का गठन करने का फैसला लिया गया है|

मंगलवार को राज्य कैबिनेट की बैठक में इस प्रस्ताव को मंजूरी दी गयी| इसके तहत केंद्र प्रायोजित स्मार्ट सिटी मिशन योजना के अंतर्गत पटना स्मार्ट सिटी लिमिटेड कंपनी और मुजफ्फरपुर स्मार्ट सिटी लिमिटेड कंपनी बनायी जायेगी| पटना की कंपनी के लिए 2776 करोड़ और मुजफ्फरपुर कंपनी के लिए 1580 करोड़ रुपये आवंटित किये गये हैं|

यानी दोनों को मिला कर 4357 करोड़ रुपये दिये गये हैं| इसके अलावा पटना की योजना के लिए 465 करोड़ रुपये और मुजफ्फरपुर की योजना के लिए 490 करोड़ रुपये अलग से दिये गये हैं| दोनों कंपनियों के रजिस्ट्रेशन के लिए ढाई करोड़ रुपये राज्यांश के रूप में खर्च किये जायेंगे| इसके अलावा इन कंपनियों के बोर्ड ऑफ डायरेक्टर (बीओडी) में तीन नये पदों को जोड़ा गया है| प्रमंडलीय आयुक्त की अध्यक्षता में गठित इस बीओडी में अब संबंधित जिले के डीएम, मेयर और बुडको के एमडी भी सदस्य होंगे|

मंत्रिमंडल सचिवालय विभाग के अपर सचिव उपेंद नाथ पांडेय ने बताया कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की अध्यक्षता में आज यहां हुई मंत्रिपरिषद, की बैठक में इस आशय के प्रस्ताव को मंजूरी दी गई। श्री पांडेय ने बताया कि केन्द प्रायोजित स्मार्ट सिटी मिशन योजना के तहत पटना शहर को स्मार्ट सिटी के रूप में विकसित करने के लिए स्पेशल पर्पस व्हीकल (एसपीवी) कम्पनी पटना स्मार्ट सिटी लिमिटेड के गठन एवं योजना पर अनुमानित व्यय 2776.16 करोड़ रुपये की प्रशासनिक स्वीकृति दी गई।

राज्यांश के रूप में 465 करोड़ रुपये एवं कंपनी के निबंधन के लिए 2.50 करोड़ रुपये की मंजूरी दी गई। अपर सचिव ने बताया कि इसी तरह मुजफ्फरपुर में स्मार्ट सिटी बनाने के लिए एसपीवी कंपनी मुजफ्फरपुर स्मार्ट सिटी लिमिटेड के गठन और इस योजना पर करीब 1580 करोड़ रुपये व्यय की प्रशासनिक मंजूरी दी गई। योजना पर राज्य की हिस्सेदारी 490 करोड़ रुपये तथा कंपनी के निबंधन के लिए ढाई करोड़ रुपये व्यय की भी स्वीकृति प्रदान की गई।

AapnaBihar: