पितृपक्ष मेले में व्यवस्था ऐसी हो कि आने वाले खुश होकर जाएं: मुख्यमंत्री

गया: मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने पितृपक्ष मेला की तैयारी के संबंध में निर्देश देते हुए कहा है कि व्यवस्था ऐसी होनी चाहिए कि पिंडदान करने आने वाले श्रद्धालु खुश होकर जाएं।

आगे मुख्यमंत्री ने कहा साफ-सफाई की बेहतर व्यवस्था हो। सरोवरों में स्वच्छ पानी का प्रवाह बना रहे। ड्रेनेज सिस्टम को दुरूस्त करें। घाटों पर पड़ी रहने वाली पूजा सामग्रियों के समुचित निष्पादन की व्यवस्था सुनिश्चित कराएं।

मुख्यमंत्री शनिवार को गया सर्किट हाउस में पितृपक्ष की तैयारी की समीक्षा करते हुए कहा कि मेला क्षेत्र में बिजली के तार न लटकें इसकी व्यवस्था कर ली जाए। मेला हर वर्ष होता है। स्कूलों में ठहराने की व्यवस्था करनी पड़ती है। शहर के संक्रामण रोग अस्पताल के परिसर में साढ़े चार एकड़ भूमि खाली है। यहां आधुनिक प्रकार की धर्मशाला या आवासन स्थल का विकास किया जाए। संक्रामक अस्पताल को यहां से हटाकर किसी किनारे स्थान पर स्थानांतरित कर दें।

सीएम ने कहा कि पितृपक्ष मेला में आंतरिक परिवहन के लिए ई-रिक्शा को प्रोत्साहित करें। सीएम ने बताया कि प्रकाश पर्व के मौके पर बिजली के तार को व्यवस्थित करने, ड्रेनेज और साफ सफाई की व्यवस्था कराने से उत्साहित लोगों ने भी सहयोग करना शुरू कर दिया था। गया में भी ऐेसा हो सकता है।

सड़को की मरम्मत के संबंध में सीएम ने पथ निर्माण विभाग के प्रधान सचिव को एनएच 83, मसौढ़ी पुनपुन रोड आदि को प्राथमिकता के आधार पर दुरूस्त कराने का निर्देश दिया। इस मौके पर डीएम कुमार रवि ने तैयारी की पूरी जानकारी दी।

पूरे पितृपक्ष मेला क्षेत्र को 38 जोन में बांटा गया है। हर जोन पर एक दंडाधिकारी प्रतिनियुक्त किए गए हैं। 14 कार्य समिति बनाए गए हैं। साफ सफाई के लिए मेला क्षेत्र को 52 जोन में बांटा गया है।

 

 

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