बेंगलुरु और चंडीगढ़ की तरह चमकेगा राजधानी पटना

पटना को स्मार्ट बनाने वाली कंसल्टेंट कंपनी 43 क्षेत्रों के विशेषज्ञों को रखेगी। स्मार्ट सिटी की परियोजनाओं के कार्यान्वयन के लिए पीएमसी प्रोजेक्ट मैनेजमेंट कंसल्टेंट के चयन की प्रक्रिया शुरू कर दी गई है। 25 सितंबर को पटना को स्मार्ट बनाने वाली कंसलटेंसी कंपनी का चयन भी हो जाएगा। शहर हर क्षेत्र में स्मार्ट बनेगा। यहां की सड़कें चमकेंगी। पार्क और खूबसूरत दिखेंगे। हेरिटेज भवन अपनी तरफ आकर्षित करेगा। ट्रांसपोर्ट सेवा बेहतर होगी। नदी का किनारा आकर्षक होगा। बेंगलुरु और चंडीगढ़ की तरह शहर चमकेगा। ड्रेनेज सिस्टम, सफाई व्यवस्था, पेयजल व्यवस्था, स्वास्थ्य व्यवस्था, शिक्षा व्यवस्था सब स्मार्ट हो जायेंगे।

 

स्मार्ट सीटी बनने पर कैसा दिखेगा राजधानी पटना

स्टेशन गोलंबर पर 16 एकड़ एरिया के विकास पर 350 करोड़ खर्च होंगे। यहां मल्टीप्लेक्स, छह अंडर ग्राउंड पाथ-वे, 750 गाड़ियों के लिए तीन पार्किंग, सोलर रूफ टॉप और वेंडर जोन बनेंगे।

सभी कनेक्टिंग रुट पर ई-रिक्शा

राजधानी की एजेंसियों की मदद से सभी कनेक्टिंग रुट पर ई-रिक्शा चलेगी। 10 ई-बसें भी चलेंगी। प्रदूषण नियंत्रण के लिए ई व्हीकल को बढ़ावा दिया जाएगा। इस पर 20 करोड़ खर्च होंगे।

सरकारी भवनों में लगेगा सोलर प्लेट

गांधी मैदान क्षेत्र में सूर्य की रोशनी से 16 फीसदी बिजली का उत्पादन होगा। इसे सभी सरकारी भवन की छतों पर लगाया जाएगा। मौर्यालोक, कलेक्ट्रेट सहित 20 से अधिक सरकारी भवनों पर सोलर प्लेट लगाए जाएंगे। इस पर कुल 99.92 करोड़ रुपए खर्च होंगे।

गांधी मैदान में पार्टी जोन

करगिल चौक से गांधी मैदान के 500 मीटर क्षेत्र में पैदल पथ, फर्नीचर, फन जोन, वाटर जोन, ई-चार्जिंग प्वाइंट्स का विकास होगा। यहां बच्चों के साथ लोग घूमने जा सकते हैं। खेलकूद, मस्ती के साथ-साथ पार्टी भी कर सकते हैं। इस पूरे एरिया के विकास पर 14 करोड़ रुपए खर्च होंगे।

स्लम फ्री होंगे इलाके

चीना कोठी लोदीपुर में 4.22 एकड़ एरिया में हाउसिंग और 1.77 एरिया को व्यावसायिक इलाके के तौर पर विकसित किया जाएगा। कमला नेहरु नगर में 7.5 एकड़ एरिया को हाउसिंग और 2.5 एकड़ क्षेत्र व्यवसाय के लिए खाली छोड़ा जाएगा। छह स्लम की 14,129 आबादी वाले इलाकों को झोपड़ीमुक्त किया जाएगा।

बांकीपुर परिवहन हब

दूसरे शहरों के लिए बस, पार्किंग, कॉमर्शियल हब, भाड़े पर मिलने वाली साइकिल के लिए स्टैंड, ई-रिक्शा प्वाइंट, सोलर रूफ टॉप बनेंगे। 700 गाड़ियों के लिए पार्किंग बनेगी। छह एकड़ क्षेत्र के विकास पर 175 करोड़ खर्च होंगे।

मंदिरी नाले पर फास्ट ट्रैक

 

आयकर गोलंबर से बांसघाट के बीच मंदिरी नाले पर 20 मीटर चौड़ा फास्ट ट्रैक बनेगा। गाड़ियों व साइिकल के लिए अलग ट्रैक बनेंगे। फुटपाथ, वेंडर जोन, पार्किंग, एडवरटाइजमेंट जोन के 1.3 किमी. क्षेत्र के विकास पर 65.2 करोड़ खर्च होंगे।
वीरचंद पटेल पथ बनेगा राहगीरी रोड, छुट्‌टी के दिन खेलकूद और पार्टी
{वीरचंद पटेल पथ पर राहगीरी रोड बनेगा। छुट्टी के दिन सुबह और शाम में लोगों के लिए पार्टी व खेलकूद की व्यवस्था की जाएगी। स्ट्रीट फर्नीचर, स्मार्ट पोल, स्मार्ट बस स्टॉप, एक फुटओवर ब्रिज, बसों और साइकिल के लिए अलग ट्रैक, फुटपाथ, अंडर ग्राउंड पाथवे, सूचना पट्ट, सीसीटीवी कैमरा, वाईफाई हॉट स्पॉट बनेंगे। 1.27 किलोमीटर के क्षेत्र के विकास पर 31.25 करोड़ खर्च होंगे।

25 भवनों पर थ्री-डी पेंटिंग बनाई जाएगी

मल्टीलेवल पार्किंग, दानापुर, मौर्या लोक कॉम्पलेक्स सहित 25 भवनों पर थ्री-डी पेंटिंग बनेगी। 11.25 करोड़ खर्च होंगे।

स्टेशन से गांधी मैदान तक 15 इंटर सेक्शन सड़कें बनेंगी
फुटपाथ इम्प्रूवमेंट, रोड मार्केटिंग, स्ट्रीट फर्नीचर, स्मार्ट पोल आदि के साथ शहर की 16.7 किमी. सड़कों को विकसित किया जाएगा। इस रुट को पूरी तरह अतिक्रमण फ्री बनाया जाएगा। आने-जाने के सभी अवरोध दूर कर दिए जाएंगे। 15 इंटर सेक्शन सड़कों के विकास पर 240 करोड़ खर्च होंगे।
वीरकुंवर सिंह पार्क में बुद्धिष्ट सर्किट का विकास होगा
वीरकुंवर सिंह पार्क में बुद्धिष्ट सर्किट, जैन सर्किट, रामायण सर्किट, सूफी सर्किट, गांधी सर्किट और ईको सर्किट का विकास होगा। ओपन जिम, ई-लाइब्रेरी, आइकोनिक हेरिटेज पार्क, आर्टिफिशयल जंगल, ऐतिहासिक पुरुषों की मूर्ति के विकास पर 50 करोड़ खर्च होंगे।

पूरे शहर में ट्रैफिक की एक ही जगह से होगी मॉनिटरिंग

मोबाइल बूस्टर के साथ 61 फ्री वाईफाई जोन होंगे। 61 एलईडी स्ट्रीट पोल लगेंगे। ऑटोमैटिक वेस्ट मैनेजमेंट से कचरा उठाव की मॉनिटरिंग होगी। डस्टबिन में कचरा भरते ही निगम को जानकारी मिल जाएगी। इस पर 30.24 करोड़ रुपए खर्च होंगे।

 

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