मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने शुक्रवार को बिहार विधानसभा में विश्वास मत हासिल कर लिया। अब मंत्रिमंडल का विस्तार होना है। इसके लिए बीजेपी और जदयू के नेता एक दो दिन में बैठक करने वाले हैं। सीएम नीतीश और डिप्टी सीएम सुशील मोदी पहले ही शपथ ले चुके हैं।
जदयू कोटे से 14-16 के बीच मंत्री बनाए जा सकते हैं जबकि बीजेपी (रालोसपा और हम) को 14 मंत्री पद दिया जा सकता है. राजनीतिक स्थिति को देखते हुए कुछ पद खाली रखने पर भी विचार किया जा रहा है.
ये भी चर्चा जोरो पर है कि जदयू कुछ मंत्रियों को ड्रॉप भी कर सकता है. राजद और कांग्रेस के अधिकतर विभाग बीजेपी को सौंपे जा सकते हैं.
जानकारी के मुताबिक विश्वास मत हासिल करने के बाद सुशील मोदी दिल्ली जाकर मंत्रियों की सूची को लेकर केंद्रीय नेतत्व से चर्चा करेंगे. उधर, ये भी खबर है कि केंद्रीय मंत्रिमंडल में जदयू के दो सांसदों को शामिल किया जा सकता है.
भाजपा से मंत्री बनने वाले प्रबल दावेदार
नंद किशोर यादव, प्रेम कुमार, मंगल पांडेय, अवधेश मंडल, भागीरिथी देवी, अरुण कुमार सिन्हा, रजनीश कुमार, ज्ञानेंद्र सिंह ज्ञानू, जीतन राम मांझी, संजीव चौरसिया
जदयू कोटे से मंत्री
जदयू कोटे से नीतीश कैबिनेट में पहले मंत्री जैसे विजेंद्र प्रसाद यादव, ललन सिंह, जय कुमार सिंह, श्रवण कुमार समेत ज्यादातर को कैबिनेट को दोबारा जगह मिल सकती है. हालांकि ये चर्चा जोरों पर है कि वर्तमान में कुछ मंत्रियों को ड्रॉप कर नये चेहरे को मंत्रिमंडल में शामिल किया जा सकता है.