ट्रेन के जरिए दिल्ली से लखनऊ, वाराणसी, पटना या कोलकाता जाने वालों के लिए अच्छी खबर है। इस रूट पर 250-300 किलोमीटर की रफ्तार से बुलेट ट्रेन चलाने का सपना साकार होने वाला है। बुलेट ट्रेन चलने के बाद दिल्ली से लखनऊ की दूरी डेढ़ घंटे से कम, वाराणसी की दूरी ढाई घंटे से कम, पटना की साढ़े तीन घंटे से कम तथा कोलकाता की दूरी साढ़े पांच घंटे से कम समय में पूरी होगी। कुल 1474.5 किलोमीटर लंबे दिल्ली-कोलकाता हाईस्पीड रेल गलियारे का निर्माण 2021 से प्रारंभ होने की संभावना है। इस पर लगभग सवा लाख करोड़ रुपये की लागत आने का अनुमान है।
भारतीय रेलवे के प्रवक्ता अनिल सक्सेना ने बताया कि स्पेन की कंपनी इनको-टिप्सा-आइसीटी ने दिल्ली-कोलकाता बुलेट ट्रेन परियोजना की ड्राफ्ट रिपोर्ट रेलवे बोर्ड को सौंप दी है. इतना ही नहीं इस बुलेट ट्रेन का लाभ उत्तर प्रदेश और बिहार के लोगों को भी मिलेगा. बिहार में जहां बुलेट ट्रेन पटना में रुकेगी, वहीं उत्तर प्रदेश में वाराणसी और लखनऊ में स्टॉपेज होगा. यूं तो यह परियोजना 13 साल में पूरी होगी, लेकिन पहले चरण में दिल्ली से वाराणसी के बीच आठ साल के अंदर ही बुलेट ट्रेन दौड़ने लगेगी. बुलेट ट्रेन से दिल्ली से वाराणसी के बीच की दूरी को महज दो घंटे 37 मिनट में तय किया जा सकेगा.
कितना होगा किराया ?
रिपोर्ट के मुताबिक, बुलेट ट्रेन का किराया 4.5 किलोमीटर के हिसाब से होगा। यानी दिल्ली से लखनऊ का किराया कम से कम 1980 रुपये और दिल्ली से वाराणसी का किराया 3240 रुपये के करीब होगा।
भारत में हाई-स्पीड बुलेट ट्रेन का यह तीसरा प्रॉजेक्ट है। मुंबई-अहमदाबाद कॉरिडोर का काम इस साल सितंबर में शुरू होगा वहीं मुंबई-नागपुर को अभी मंजूरियां मिलना बाकी है। रिपोर्ट के मुताबिक दिल्ली से वाराणसी बुलेट ट्रेन का प्रॉजेक्ट 2021 में शुरू होगा और दिल्ली-लखनऊ स्ट्रेच 2029 तक ऑपरेशनल होगा वहीं दिल्ली-वाराणसी स्ट्रेच 2031 तक ऑपरेशनल होगा।