कब किसका भाग्य पलट जाए कोई नहीं जानता और बिहार में उसका एक उदाहरण भी दिख रहा है । कुछ दिन पहले तक भाजपा के नेता बिहार विधानसभा चुनाव में महागठबंधन से हार सत्ता से बाहर बैठी थी मगर अचानक ऐसा राजनीतिक उलटफेर हुआ कि कुछ ही घंटों में सत्ता में बैठी राजद विपक्ष में आ गई और विपक्षी भाजपा सत्ता में आ गई । इस सियासी उलटफेर ने विधान सभा चुनाव में लगातार जीत की हैट्रिक लगा चुके रमेश ऋषिदेव की भी किस्मत बदल दी ।
नीतीश कुमार सरकार के नये मंत्रीमंडल में रमेश ऋषिदेव को भी जगह दी गई है । उन्हें अनुसूचित जाति, कल्याण विभाग की जिम्मेदारी दी गई है ।
रमेश ऋषिदेव ने ऑटो परिचालक से मंत्री पद तक का सफर संघर्ष कर प्राप्त किया है. पीएचडी कर चुके डॉ रमेश का जन्म कुमारखंड प्रखंड के गोपालपुर गांव में एक गरीब परिवार में हुआ है. शिक्षा के प्रति सजग रमेश ऋषिदेव 90 के दशक में ऑटो भी चलाते थे. राजनीतिक रूप से सक्रिय रमेश ऋषिदेव को पहली बार कुमारखंड सुरक्षित विधान सभा क्षेत्र से जदयू द्वारा 2005 में टिकट दिया गया.
उसके बाद यह क्षेत्र बदलकर नये परिसिमन के साथ सिंहेश्वर सुरक्षित क्षेत्र हो गया। यहां से भी रमेश ऋषिदेव ने 2010 व 2015 में जीत का सफर जारी रखा। गत छह वर्षों से विधान सभा की अनुसूचित जाति जनजाति कल्याण समिति के अध्यक्ष थे। इनके ससुर भी कुमारखंड से विधायक रह चुके हैं।