मेरे पास यह मैसेज आया, आपमें से कई लोगों के पास आया होगा। कई मीडिया हाउस के पास यह मैसेज पहुंचा है। देखने से लगता है कि कितना बड़ा फर्जीवाड़ा है। एक ही हाल में बैठे 10 लोगों को इतने नम्बर आ गए।
आप जब बोर्ड की साइट पर चेक करेंगे तब भी मालूम होगा कि यह जानकारी बिल्कुल सही है। फिर आप इसे फारवर्ड कर देंगे।
यह सच है कि एक ही कमरे में बैठे छात्रों को एक साथ इतने नम्बर आ गए। मगर आपको यह भी जानना चाहिये कि ये छात्र कहाँ के हैं। ये सिमुलतला आवासीय विद्यालय के हैं। जहां इस साल पहली बार छात्र इंटरमीडिएट की परीक्षा में शामिल हुए हैं। यहां से परीक्षा देने वाले 52 में से 50 लोगों को डिस्टिंक्शन मार्क्स मिले हैं। यह उस विद्यालय का कमाल है, नकल या पैरवी का नाम। विज्ञान का टॉपर भी इसी स्कूल से है। काश ऐसे स्कूल बिहार के हर जिले और हर प्रखंड में होते।
Courtesy: Pushya Mitra