बिहार के राज्यपाल रामनाथ कोविंद बनें एनडीए के राष्ट्रपति उम्मीदवार

File photo of Bihar Governor woth President of India on 17 th of April 2017,Patna/Pix. ALOK JAIN

बिहार के राज्यपाल रामनाथ कोविंद एनडीए के राष्ट्रपति पद के उम्मीदवार होंगे. भाजपा संसदीय बोर्ड की बैठक के बाद भाजपा अध्यक्ष अमित शाह ने एक प्रेस काॅन्फ्रेंस करके यह जानकारी दी. शाह ने बताया कि 23 जून तक रामनाथ कोविंद नामांकन दाखिल कर सकते हैं. उन्होंने बताया कि सभी विपक्षी दलों को इसकी जानकारी दे दी गयी है.

 

बिहार के राज्यपाल रामनाथ कोविंद को एनडीए की ओर से राष्ट्रपति पद का उम्मीदवार की घोषणा के बाद मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने राजभवन पहुंचकर उनसे मुलाकात की। हालांकि, उनकी पार्टी के उन्हें समर्थन दिए जाने के बारे में पूछे जाने पर उन्होंने कहा कि इन सब चीजों पर आगे भी बातचीत होगी। यह पूछे जाने पर कि क्या रामनाथ कोविंद को राष्ट्रपति पद के उम्मीदवार के तौर पर जदयू का समर्थन है नीतीश ने कहा, इन प्रश्नों का उत्तर पूछना अभी मुनासिब नहीं है। हमारी लालू जी से भी बातचीत हुई है। सोनिया जी का भी फोन आया था। मैंने अपनी भावना से अवगत भी कराया है। लेकिन इन सब चीजों पर आगे भी बातचीत होगी। मेरे लिए व्यक्तिगत तौर पर यह प्रसन्नता की बात है कि बिहार के राज्यपाल देश के राष्ट्रपति पद के उम्मीदवार घोषित हुए हैं।

रामनाथ कोविंद 

कोविंद 16 साल तक सुप्रीम कोर्ट और दिल्ली हाईकोर्ट में वकालत कर चुके हैं। वह भाजपा के राज्यसभा सांसद भी रह चुके हैं। कोविंद अगर राष्ट्रपति बनते हैं, तो वे के आर नारायणन के बाद देश के दूसरे दलित राष्ट्रपति होंगे। वे यूपी में कानपुर जिले के परौंख गांव के रहने वाले हैं।

 

मुख्य बातेंः 

 

-राम नाथ कोविंद का जन्म 01 अक्टूबर 1945 को यूपी के कानपुर देहात के एक छोटे से गांव परौंख में हुआ था।

-कानपुर यूनिवर्सिटी (अब छत्रपति साहू जी महाराज विश्वविद्यालय, कानपुर) से बीकॉम और एलएलबी की पढ़ाई की है।

-विवाह 30 मई 1974 को सविता कोविंद से हुअा था। एक बेटा अौर एक बेटी है। बेटे का नाम प्रशांत अौर बेटी का नाम स्वाति है।

-रामनाथ कोविंद पेशे से वकील रहे हैं और दिल्ली उच्च न्यायालय में वकालत की प्रैक्टिस भी कर चुके हैं।

-राम नाथ कोविंद नें दिल्ली हाईकोर्ट और सुप्रीम कोर्ट में 16 साल तक प्रैक्टिस की।

-1977 से 1979 तक केंद्र सरकार के वकील रहे थे।

-वकील रहने के दौरान कोविंद ने गरीब दलितों के लिए मुफ़्त में क़ानूनी लड़ाई लड़ी।

-1980 से 1993 तक केंद्र सरकार के स्टैंडिग काउंसिल में थे।

-आदिवासी, होम अफ़ेयर, पेट्रोलियम और प्राकृतिक गैस, सामाजिक न्याय, क़ानून न्याय व्यवस्था और राज्यसभा हाउस कमेटी के भी चेयरमैन रहे।

-कोविंद गवरनर्स ऑफ इंडियन इंस्टिट्यूट ऑफ मैनेजमेंट के भी सदस्य रहे हैं। 2002 में कोविंद ने संयुक्त राष्ट्र के महासभा को भी संबोधित किया था।

-वर्तमान में वह बिहार के राज्यपाल हैं।

-08 अगस्त 2015 को इन्हें बिहार के राज्यपाल पद पर नियुक्त किया गया था।

-इससे पहले वो दो बार राज्यसभा सदस्य भी रह चुके हैं। यूपी से 1994 से 2000 और फिर 2000 से 2006 तक राज्यसभा सांसद रहे।

-1998 से 2002 तक कोविंद बीजेपी के दलित मोर्चा और ऑल इंडिया कोली समाज के अध्यक्ष रह चुके हैं।

-इसके अलावा वो बीजेपी के राष्ट्रीय प्रवक्ता भी रह चुके हैं।

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