राष्ट्रपति चुनाव में रामनाथ कोविंद को जेडीयू के समर्थन देने के बाद से महागठबंंधन में लगातार हंगामा मचा हुआ है. जब से समर्थन की घोषणा हुई है उसके बाद से ही नीतीश कुमार अपने ही सहयोगियों के निशाने पर हैं.
बिहार के सत्ताधारी महागठबंधन के भविष्य पर सवाल खड़ा होता दिख रहा है। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के बयान के विरोध में उप मुख्यमंत्री तेजस्वी यादव के अप्रत्याशित हमला तथा राजद विधायक वीरेंद्र भाई के कटाक्ष से जदयू आहत है। इसका संकेत जदयू के प्रदेश अध्यक्ष वशिष्ठ नारायण सिंह व प्रवक्ता संजय सिंह ने दिया है।
राजद के विधायक भाई वीरेंद्र के साथ-साथ कांग्रेस के नेता भी नीतीश कुमार पर हमला बोल रहे हैं. नीतीश कुमार पर हो रहे हमले के बीच जेडीयू के प्रदेश अध्यक्ष वशिष्ठ नारायण सिंह ने अपने सहयोगियों पर पलटवार किया है.
वशिष्ठ नारायाण सिंह ने पूछा कि क्या गठबंधन उहापोह के हालत में चलेगा? कहा कि गठबंधन की भी सीमाएं हैं, मर्यादाएं हैं। अगर मर्यादाओं का पालन नहीं होता है तो गठबंधन के सभी घटक दलों पर प्रश्नचिन्ह खड़ा हो जाएगा। वशिष्ठ नारायाण सिंह के इस बयान के गहरे राजनीतिक अर्थ समझे जा रहे हैं। इससे स्पष्ट है कि जदयू ने अपने तेवर कड़े कर लिए हैं।
बता दें कि लालू के मनेर से विधायक भाई वीरेन्द्र ने नीतीश कुमार को ठग करार दिया है. वीरेंद्र ने नीतीश पर हमला करते हुए कहा कि ऐसा कोई सगा नहीं, जिसे नीतीश कुमार ने ठगा नहीं हो. नीतीश किसी भी गठबंधन में रहे हों, उन्होंने अपने पद और फायदे के लिए घटक दलों को ठगने का ही काम किया है. उन्होंने ये भी कहा कि ठगने वालों को जनता खुद से ही सबक सिखा देगी.