पूर्णियां पुलिस को बड़ी कामयाबी मिलीं है। टीकापट्टी थाना अंतर्गत लंका टोला ठाकुरबाड़ी मंदिर से पिछले 11 अप्रैल की रात चोरी हुई मूर्तियों को पुलिस ने बुधवार को बरामद कर लिया है. बरामद मूर्तियां भगवान राम, सीता व हनुमान की हैं. विदेशी बजार में इसकी कीमत करोड़ों में लगाई जा रही है ।
एसपी निशांत कुमार तिवारी ने पत्रकारों को बताया कि टीकापट्टी में हुए मूर्ति चोरी को गंभीरता से लिया गया और एएसपी सुशील कुमार के नेतृत्व में टीम गठित कर अनुसंधान प्रारंभ किया गया. अनुसंधान के दौरान ज्ञात हुआ कि पश्चिम बंगाल-नेपाल सीमा पर एसएसबी द्वारा एक मूर्ति चोर पुलकित ऋषि, जो पूर्णिया के बनियापट्टी का निवासी है, उसे पकड़ा गया. प्राप्त सूचना के आधार पर गठित टीम के सदस्यों ने पुलकित ऋषि का स्वीकारोक्ति बयान कस्टम विभाग सिलीगुड़ी से प्राप्त किया.
पुरस्कृत किये जायेंगे टीम के सदस्य
एसपी ने बताया कि मूर्ति चोरी कांड के सफल उद्भेदन में गठित टीम के पदाधिकारी व कर्मियों को पुरस्कृत किया जायेगा. टीम में एएसपी के अलावा धमदाहा एसडीपीओ एसएच फाकरी, टीकापट्टी थानाध्यक्ष नंदकिशोर यादव, रूपौली थानाध्यक्ष संजीव कुमार, केनगर थानाध्यक्ष पंकज कुमार, केहाट थाना के अवर निरीक्षक अरविंद कुमार, तरुण कुमार झा, टीकापट्टी थाना के अवर निरीक्षक राजमनी मांझी, तकनीकी शाखा के प्रभारी अरविंद कुमार, सिपाही सरोज कुमार, रोहित कुमार, अजय कुमार एवं सशस्त्र बल शामिल थे.
इससे पूर्व बंगाल से सटे नेपाल सीमा पर सीमा सुरक्षा बलों के द्वारा एक मूर्ति चोर पुलकित ऋषि को चोरी की मूर्तियों के साथ पकड़ा था, जिसमें एक मूर्ति की पहचान की गयी, जो लंका टोला ठाकुरबाड़ी से चोरी हुई चार मूर्तियों में से एक लक्ष्मण की मूर्ति थी, जिसकी कीमत अंतरराष्ट्रीय बाजार में सिलीगुड़ी कस्टम विभाग द्वारा 45 करोड़ बताया गया था.