राजद सुप्रीमो लालू यादव ने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को पछाड़ते हुए ट्विटर पर एक मीलियन फॉलोवर्स पूरा कर लिया है. इस आंकड़े को छूने वाले वह पहले बिहारी बन गये हैं. पूर्व मुख्यमंत्री लालू यादव ट्विटर पर पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री सहित देश के अन्य कई राजनैतिक दिग्गजों को पीछे छोड़ दिये हैं.
ट्विटर आज कम्युनिकेशन का सबसे फास्ट माध्यम है . ऐसे में,सीधे तौर पर यह कि लालू प्रसाद जैसे ही कोई ट्वीट करते हैं,वह देश-दुनिया में दस लाख लोगों तक सीधे पहुंच जाता है . फिर यह बड़ी संख्या में री-ट्वीट और मीडिया के दूसरे माध्यमों में खबरों की सुर्खियों का मूल स्रोत भी बनता है .
लालू प्रसाद की प्रत्येक एक्टिविटी को उनके समर्थक ही नहीं,धुर विरोधी भी फॉलो करते हैं . देश के प्रधान मंत्री नरेन्द्र मोदी जिन्हें फॉलो करते हैं,उनमें लालू प्रसाद शामिल हैं . दोनों के बीच दूरी कितनी है,सबों को पता है . ट्विटर के ‘मिलिनेयर क्लब’ में लालू प्रसाद का शामिल होना ऐसे भी महत्वपूर्ण है,क्योंकि ट्विटर क्राति के प्रारंभ में वे संवाद के ऐसे माध्यम में विश्वास नहीं रखते थे . लालू प्रसाद को ‘लीडर आफ आम पीपुल’ भी कहा जाता है .
लालू प्रसाद समेत परिवार के दूसरे सदस्यों का फेसबुक-ट्विटर के माध्यम से सोशल मीडिया का स्ट्रेंथ तब बढ़ा,जब तेजस्वी यादव के साथ संजय यादव जुड़े . संजय हरियाणा के रहने वाले हैं और तेजस्वी के मित्र भी हैं . तकनीकी रुप से बेहद दक्ष . पालिटिकल स्ट्रेटजिस्ट भी . संजय यादव ने ही पटना में लालू प्रसाद व परिवार के दूसरे सदस्यों के लिए सोशल मीडिया सेक्रेटेरिएट की स्थापना की . पूरा काम,इनकी देख-रेख में ही होता है . डिप्टी चीफ मिनिस्टर बनने के बाद तेजस्वी यादव ने संजय यादव को पालिटिकल एडवाइजर भी बना दिया है .
ट्विटर पर लालू प्रसाद के फॉलोवर्स के तेजी से बढ़ने की खास वजह यह भी है कि प्रत्येक ट्वीट में लालू प्रसाद की आरिजनल शैली दिखती है . खांटी बिहारीपन और देशी बोलचाल . सीधा बोलते हैं . दस लाख से अधिक फॉलोवर्स वाले लालू प्रसाद का ट्विटर हैंडल मात्र 49 लोगों को फॉलो करता है . इसमें परिवार के सदस्यों के अलावा पीएमओ इंडिया का ट्विटर हैंडल,नीतीश कुमार,ऑफिस आफ राहुल गांधी,भारत के प्रेसीडेंट,मुख्य मंत्री नीतीश कुमार के साथ कुछ राजनेता और शेष मीडिया के लोग हैं .