बिहार के चम्पारण जिला में महात्मा गाँधी के द्वारा चलाया गया चम्पारण सत्याग्रह के 100 वर्ष पूरे होने के अवसर पर बिहार में भव्य आयोजन किया जायेगा।
यह आयोजन अप्रैल 2017 से शुरू होकर साल भर चलेंगा। इन कार्यक्रमों में देश भर के स्वतंत्रता सेनानियों या उनके परिवारों को बुलाकर उन्हे सम्मानित किया जायेगा।
मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने, पटना में जुब्बा साहनी के शहादत दिवस के अवसर पर कहा कि गाँधी जी के विचारों को हर घर तक पहुंचाने के लिए सालभर कार्यक्रम चलेगा। 15 अप्रैल 1917 को गांधी जी ने चंपारण की धरती पर अपना कदम रखा था। इससे पहले वो मुजफ्फपुर में कुछ दिनों के प्रवास में थे।
कार्यक्रम की शुरूआत 10 अप्रैल से हो रही है। उन्होंने कहा कि बापू के चम्पारण सत्याग्रह का 100 वां साल चल रहा है। 100 साल पूरे होने पर वे 10 अप्रैल से चंपारण सत्याग्रह को याद करेंगे। अनेक कार्यक्रम आयोजित होंगे। 10 और 11 अप्रैल को गांधी के विचार पर राष्ट्रीय विमर्श होगा। 15 अप्रैल से चंपारण के इलाके से पद यात्रा की शुरुआत होगी। 17 अप्रैल को देशभर के सभी स्वतंत्रता सेनानियों को बुलाया गया है जिन्हें चंपारण सत्याग्रह की स्मृति में सम्मानित किया जाएगा।
नितीश कुमार ने कहा कि चंपारण सत्याग्रह के 100 वर्ष पूरे होने के उपलक्ष्य में आयोजित समारोहों का मुख्य उद्देश्य लोगों को और खास तौर पर आज के युवाओं को गांधी जी के विचारों से अवगत कराना है। गांधी जी को सब मानते है लेकिन उनके विचार को आत्मसात नहीं कर पाते हैं। ऐसे में युवाओं को गांधी जी के विचारों से अवगत कराने के लिए उनकी कहानियां हर स्कूल हर घर में सुनाई जाएंगी। इसके लिए वे हर घर हर गांव में दस्तक देंगे। आजादी की कहानी चंपारण सत्याग्रह की कहानियां स्कूलों में पढाई जाएंगी। इसके लिए 25 से 30 कहानियों का चयन किया गया है.ल। उन्होंने कहा कि गांधी जी पर जो फिल्म बन रही है उसे भी हर गांव में दिखाने की योजना है।