पटना पुस्तक मेले के अंतिम दिन और वेलेंटाइन डे एक साथ होने के वजह से मेले का ये दिन वेलेंटाइन के रंगा रंग में नजर आया। इस दिन युवा पत्रकार पंकज दुबे और आरजे अंजली ने युवाओं को प्यार की परिभाषा बताई।
पुस्तक मेले के अंतिम दिन युवा मुद्दो पर परिर्चचा आयोजित की गई जिसमें युवा उलझनो प्यार, सेक्स और साहित्य पर चर्चा आयोजित की गई। पटना पुस्तक मेले में मुख्य अतिथि के रुप में पंकज दुबे, उपासना झा और RJ अंजली मौजूद थी।
इसी बीच सवाल जवाब का क्रम चलता रहा और लोगो ने उठाई सेक्स एजुकेशन का मुद्दा, कहा कि हमारे यहाँ समाज को है सेक्स एजुकेशन की आवश्यक्ता। बच्चो को बचपन में ही गुड और बाद टच की फर्क मालूम पड़ना चाहिए की क्या है सही और क्या है गलत, उन्हें बड़े होने का इंतेजार नही करना चाहिए। टीवी पर जब कोई गर्भ निरोधक या अन्य चीजों का विज्ञापन आता है तो हमें उससे मुहं चुराना नहीं चाहिए बल्कि उसके प्रति धीरे धीरे बच्चों को जागरुक बनाने के बारे में सोचना चाहिए।
उपासना झा ने बताया कि बलात्कार जैसी घटना सिर्फ कुवारी लड़कियों के साथ ही नही वल्कि शादी सुदा औरतें भी इस घटना के शिकार हैं।
वही RJ अंजली ने लड़कियों को इस पर आगे आने के लिए जागरुक किया। अंजली कहती है इस पर बात करने की जरुरत है हम जागरुक होंगे तब ही सही और गलत में फर्क कर पायेंगें।