एक्ट्रेस बन गई थी ये सिंगर, एक गाने ने बना दिया स्टार!
बोधगया के कालचक्र मैदान में चल रहे 18 वें बौद्ध महोत्सव की अंतिम संध्या में परफॉर्म करने पहुंची मशहूर गायिका शाल्मली खोलगडे ने जब बेबी को बेस पसंद है, बलम पिचकारी से शुरुआत की तो पूरा माहौल रंगीन हो गया। मंच पर पहुंचते ही तालियों का गड़गड़ाहट से उनका स्वागत किया गया।
सुल्तान फिल्म का ‘बेबी को बेस पसंद है’, ये जवानी है दीवानी फिल्म का ‘बलम पिचकारी’ जैसे सॉन्ग्स से फेसम हुई बॉलीवुड सिंगर शुक्रवार को बिहार के गया में थीं। यहां उनके सॉन्ग्स पर लोगों ने जमकर ठुमके लगाए। मौका था बौद्ध महोत्सव के समापन समारोह का। बता दें कि इस सिंगर ने 12वीं के बाद एक फिल्म में एक्टिंग भी की थी।
लोगों ने खूब सराहा, वंस मोर की आवाजें आती रहीं
बॉलीवुड सिंगर शाल्मली खोलगरे की सिंगिंग का हजारों की संख्या में मौजूद लोगों ने लुप्त लिया। ‘नए नए नैना ढूंढ़े क्यों तुझे…’गाना गुनगुनाते हुए जैसे ही शाल्मली स्टेज पर आईं, ऑडियंस का एक्साइटमेंट लेवल बढ़ गया।शाल्मली जब परफॉर्मेंस देने के लिए आई तो ऑडियंस ने तालियों के साथ तेज आवाज में चिल्लाना शुरू कर दिया।
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अॉडियंस के साथ-साथ शाल्मली ने खुद भी डांस किया
उन्होंने‘चढ़ी मुझे यारी तेरी ऐसी, जैसे दारू देशी…’गाया। गाना गाते-गाते शाल्मली स्टेज से नीचे आ गईं और डांस शुरू कर दिया।उनके साथ ऑडियंस भी खुद को नहीं रोक पाई और डांस शुरू कर दिया। इस बीच उन्होंने शुद्ध देशी रोमांस के सॉन्ग‘धूप में नहाएगी तो धूप लग जाएगी…’बदतमीज दिल..,आगा बाई हल्ला मचाए रे…अब सारी नाइट बेशर्मी की हाइट’ पर भी परफॉर्म किया।
फिल्म में एक्टिंग भी की
शाल्मली ने जब 12वीं पास किया था तो उस वक्त वे फ्री थी। इसी दौरान उन्हें एक अपकमिंग मराठी मूवी के बारे में पता चला। फिर उन्होंने मूवी ‘तू माजा जीव’ के लिए ऑडिशन दिया और फिल्म के लिए सिलेक्ट हो गई।
लक से बन गई थी सिंगर
शाल्मली ने बताया था कि वे खुद को बहुत लकी मानती हैं कि उन्होंने म्यूजिक फैमिली में जन्म लिया। उनकी मां उमा खोलगडे क्लासिकल सिंगर होने के साथ थियेटर आर्टिस्ट हैं। उनकी मां से ही उन्हें प्रेरणा मिली। शाल्मली ने बताया कि वे कभी हिंदी सॉन्ग्स नहीं सुनती थी। भाई रॉक,पॉप और जैज म्यूजिक सुनता था सो मुझे भी उसी का शौक था। उन्होंने कभी सोचा नहीं था कि बॉलीवुड में प्लेबैक सिंगिंग करेंगी।