आपन बिहार ने 2 लाख से अधिक हाथ अपने साथ कर लिया है। इस नंबर तक पहुँचना इतना आसान तो नहीं था, मगर अगर टीम के इस खास शख्स ने अपने हाथ न बढ़ाए होते तो शायद यह और भी अधिक मुश्किल होता।
जी हाँ! टीम से जुड़े हर सदस्य से बढ़कर एक सदस्य है जो इस टीम से सबसे पहले जुड़ा, ये वो शख्स है जिसपर भरोसा करके आपको खुद पर ज्यादा भरोसा होता है।
महज़ 20 साल की उम्र में उसके पास वो काबिलियत है कि आपकी आवाज़ बुलंद करने के लिए किसी भी हद तक जा सकता है, और इस काम में सफल भी होता है।
हम बात कर रहे हैं, आपन बिहार के अभिन्न अंग सुमन शेखर की। आज सुमन का जन्मदिन है। वो 20 साल पूरे कर रहे हैं। सुमन ने हर सुख-दुःख की घड़ी में पेज और बिहार का साथ निभाया है। खुद राँची में रहते हुए भी बिहार की हर खबर रखते हैं और पूरी कोशिश करते हैं कि ये खबर सिर्फ उन तक सीमित न रहे। हर मुद्दे पर इनके अपने विचार होते हैं, एक नया दृष्टिकोण होता है।
ये हर क्षेत्र में हम सबमें बेहतर हैं, चाहे वो कवर डिजाइनिंग हो या आर्टिकल लिखने का काम, या फिर किसी पोस्ट का प्रमोशन, या फिर किसी भी तरह का क्रिएटिव काम। सुमन के छोटी उम्र से ही बड़े-बड़े ख़्वाब हैं। बोलते बहुत ही कम हैं, मगर जो बोलते हैं वो सुनना सबके लिए फायदेमंद होता है।
टीम इनसे सीखती है और चाहती है कि यूँ ही ये टीम और अपनी बेहतरी को अंजाम देते रहें।
सुमन को हमसब की तरफ से जन्मदिन की बहुत शुभकामनायें। आने वाली परीक्षाओं के लिए सुमन हमेशा से तैयार रहते हैं, सफलता इनके कदम चूमे, यही दुआ होगी। उपलब्धियों का तांता लगा रहे, सौभाग्य का रस बरसता रहे, खुश रहें आप और खुशियाँ बाँटते रहें।
एक ख़्वाब पुकारा करता है,
वो राह तुम्हारा तकता है।
तुम खास हो यह जान लो,
इस एहसास का तुम भान लो।
है कठिन घड़ी, पर बढ़े चलो,
तुम ताल ठोक बस बढ़े चलो।
खुशियों का रेला साथ है,
सर पर बड़ों का हाथ है।
हैप्पी बड्डे सुमन भाई!!