बोले सो निहाल.. सत्य श्री अकाल.. के नारों के बीच पटना के गांधी मैदान में सिख युवक गतका का परफॉर्म शुरू कर दिए। खिलाड़ियों को तलवार भांजते देख दर्शको जोश में भर जा रहा है।
लेकिन सबकी नजर ग्राउड के एक कोने में बैठी युवतियों पर थी। अमेरिका, ब्रिटेन और जर्मनी से आईं इन लड़कियों को देख लोग यही सोच रहे थे कि ये कैसे गतका करेंगी। विदेशी लड़के-लड़कियों का यह ग्रुप अमृतसर के मिरी पिरी से आया था।
इस ग्रुप में शामिल सभी कलाकार विदेशी हैं। अपनी बारी आते ही लड़के लड़कियां आईं और गतका शुरू हो गया। एक लड़की आगे आई और अखारे के पहलवान की तरह ताव दिया और हवा में उछल कर कलाबाजी दिखाई। युवक और युवती लाठी से एक दूसरे पर वार करने लगे।
एक हाथ में लाठी और दूसरे हाथ में ढाल लिए कलाकार दूसरे पर वार के साथ अपने बचाव कर रहे थे। लाठी के बाद खिलाड़ियों ने तलवार उठा लिया और हवा में उसे लहराते हुए खेल दिखाने लगे।लड़की को बिजली की फुर्ती से तलवार भांजता देख भीड़ बोले सो निहाल के नारे लगाने लगी। इस ग्रुप में शामिल खिलाड़ी 7 देशों के थे। सिख धर्म अपनाने वाले इन युवाओं को जगत गुरु ने गतका सिखाया है।
नागपुर, बटाला और अमृतसर से आईं टीम के बच्चे इस मौके पर आकर्षण का केंद्र रहे। छोटे-छोटे बच्चे कभी हवा में उछल रहे थे तो कभी बिजली की रफ्तार से तलवार लहरा रहे थे। बच्चों के इन करतबों को दर्शकों की सबसे अधिक वाहवाही मिली। गतका एक मार्शल आर्ट है, जिसकी शुरुआत सिख धर्म के 10वें गुरु श्री गोविंद सिंह ने किया था।