बिहार ने जीता सबका दिल, श्रद्धालुयों ने कहा नही भूलेंगे ये अपनापन!
350वाँ प्रकाश पर्व ने खोली बिहार की तरक्की की राह, होगा 200 करोड़ का बिजनेस।
महज 3-4 दिनों में पटना में सीधे तौर से 200 करोड़ से अधिक का ट्रांजेक्शनल बिजनेस होना है। इसके साथ ही पंजाब से आए कई श्रद्धालुओं का मन गुरु की इस नगरी में ऐसे रमा कि वे बिहार में अपने लिए बिजनेस के अवसर तलाश रहे हैं।
प्रकाशपर्व पर पटना आईये जरूर, समारोह की भव्यता और तैयारी देख दिल खुश हो जायेगा
लुधियाना के इंडस्ट्रियल इस्टेट के ए-ब्लॉक में एमटीबी बाइक्स,ई-बाइक्स,रोडस्टर और बच्चों की साइकिल बनाने वाली कंपनी के हाबार्ड बाइसाइकिल कंपनी के मैनेजिंग पार्टनर शोधी चड्ढ़ा बताते हैं कि बिहार में पटना के बाहर साइकिल कंपोनेंट की बड़ी मांग है। कई स्तर पर यहां एसेंबलिंग होती है,लेकिन करीब 95 फीसदी आपूर्ति लुधियाना की कंपनी से होती है। गुरुनानक एग्रीकल्चर खेती के टूल बनानेवाली कंपनी है। ग्रुप से जुड़े लोगों का एक जत्था पटना आया है। ग्रुप वाहे गुरु के दर्शन के बाद पटना में दो दिन रुकेगी। पूरे परिवार के साथ 20 लोगों का दल चाहता है कि पटना में भी उनका डिस्ट्रीब्यूशन चैनल बढ़े। कंपनी अभी 120 करोड़ का व्यापार करती है। ऐसे हजारों श्रद्धालु हैं,जिनकी आस्था पटना से इस कदर जुड़ी है कि वे अपना कारोबार पटना से करना चाहते हैं। बिहार में बीते कुछ वर्षों में आए बदलाव को वे सकारात्मक भी मानते हैं। प्रकाशोत्सव के लिए पटना से लेकर पटना साहिब से सफाई व्यवस्था और सरकारी संस्थानों की सकारात्मक पहल की तारीफ करते वे नहीं थक रहे।
जालंधर के फुटबॉल चौक पर छोटी-सी फैक्ट्री चलाने वाले शिवेंद्र सिंह अपने परिवार के साथ आए हैं। उनके दोनों बेटे भी साथ हैं। विक्की और शैली पटना में तैयारियों से खुश हैं। वे हर दूसरे व्यक्ति से जानना चाहते हैं कि बिहार में स्पोर्ट्स गुड की कितनी खपत है। शिवेंद्र कहते हैं कि वाहे गुरु की कृपा होगी तो उनके व्यापार का विस्तार गुरु के द्वार पटना से ही होगा।
सिख श्रद्धालुओं से पटना के सभी होटल हुए फुल