बिहार के उन युवाओं के लिए सुनहरा अवसर है जिसे खाकी वर्दी पहने का सपना है। बिहार पुलिस जल्द ही विभिन्न पदों परबबंपर बहाली कराने जा रही है। आने वाले दो वर्षों में सिपाही से लेकर डीएसपी तक के 8 हजार 837 पदों पर बहाली होने जा रही है.
राज्य सरकार ने पुलिस महकमे में सिपाही से लेकर डीएसपी तक के खाली पड़े पदों को भरने की कवायद तेज कर दी है. इसके तहत 2012-13 से 2017-18 तक सिपाही से लेकर डीएसपी तक के 43 हजार 731 पदाधिकारियों की बहाली करने का लक्ष्य रखा गया है. इसके तहत अलग-अलग वर्ष के लिए पदों की अलग-अलग संख्या निर्धारित करके बहाली की प्रक्रिया पूरी की जा रही है.
इसमें सभी पदों पर महिलाओं के लिए 35 फीसदी आरक्षण देने का प्रावधान है. इस कारण करीब तीन हजार पदों पर सिर्फ महिलाओं की ही बहाली होगी. मौजूदा वित्तीय वर्ष 2016-17 के लिए गृह विभाग ने छह पदों पर बहाली करने की स्वीकृति प्रदान कर दी है. इसके बाद पुलिस महकमा सिपाही से लेकर डीएसपी तक के पदों को जरूरत के हिसाब से अलग-अलग रिक्ति तैयार करने में जुटा हुआ है. सिपाही से लेकर डीएसपी तक के पदों में अधिकतर पद प्रोन्नति से ही भरे जाते हैं. मसलन इंस्पेक्टर, एएसआइ, हवलदार समेत अन्य. परंतु सिपाही, दारोगा और डीएसपी के तीन महत्वपूर्ण पदों की बहाली सीधे तौर पर होती है.
भरे जायेंगे इतने पद
डीएसपी 34
इंस्पेक्टर 107
परिचारी प्रवर 11
प्रारक्ष पुलिस निरीक्षक 23
परिचारी 48
अवर निरीक्षक 932
प्रारक्ष अवर निरीक्षक 67
सहायक अवर निरीक्षक 1293
हवलदार 1109
सिपाही 5213
कुल 8837
अब तक भरे गये पद
डीएसपी 90
इंस्पेक्टर 319
परिचारी प्रवर 30
प्रारक्ष पुलिस निरीक्षक 60
परिचारी 144
अवर निरीक्षक 2795
प्रारक्ष अवर निरीक्षक 193
सहायक अवर निरीक्षक 3873
हवलदार 2054
सिपाही 15627
कुल 25185
राष्ट्रीय औसत को प्राप्त करने की कवायद
वर्ष 2015-16 तक 34 हजार 924 पदों पर बहाली हो चुकी है. इसमें वर्ष 2015-16 के लिए आवंटित 9 हजार 739 पदों में दारोगा, हवलदार समेत कुछ अन्य पदों को भरने की कवायद अंतिम चरण में चल रही है. दारोगा की बहाली के लिए कुछ दिनों पहले फिजिकल टेस्ट संपन्न हो चुका है.
इसके बाद जल्द ही परिणाम जारी कर दिये जायेंगे. सभी स्तर पर बहाली की प्रक्रिया पूरी होने के बाद वर्ष 2018 तक राज्य के पास जरूरत के मुताबिक बलों की संख्या पूरी हो जायेगी. इसके बाद राज्य में प्रति एक लाख आबादी पर पुलिस कर्मियों की संख्या राष्ट्रीय औसत 150 के आसपास हो जायेगी. वर्तमान में राज्य में प्रति एक लाख की आबादी पर पुलिसकर्मियों की संख्या औसतन 85 से 90 के बीच है.