नेपाल के प्रधानमंत्री पुष्प कमल दहाल प्रचंड ने नेपाल और भारत के संबंधों पर नई पहल करने की बात कही है। उन्होंने मधेशी आंदोलन के थमने के बाद नेपाल और भारत के बीच कई योजनाओं पर बात करने की भी पहल की है।
नेपाल के प्रधानमंत्री पुष्प कमल दहाल प्रचंड अपने दूसरे कार्यकाल में न केवल भारत से बेहतर संबंधों के हिमायती नजर आ रहे हैं, बल्कि वह दोनों देशों की सीमा के आर-पार की बुनियादी समस्याओं के परस्पर सहयोग से समाधान के भी पक्षधर हैं। नेपाल की चोटियों से निकलने वाली नदियों से हर साल पैदा होने वाली बाढ़ और इससे दोनों तरफ होने वाली भारी क्षति के प्रति भी वह गंभीर हैं।
पटना से काठमांडू के बीच हवाई सेवा शुरू होगी
प्रचंड ने कहा कि पटना से काठमांडू हवाई सेवा शुरू होनी चाहिए। इसके रास्ते में क्या बाधाएं हैं, उसे भी मैं देखूंगा। बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने इसी वर्ष 3 मार्च को अपनी काठमांडू यात्रा के दौरान वहां के तत्कालीन प्रधानमंत्री से कोसी नदी पर डैम के निर्माण के लिए सर्वे के काम में तेजी लाने का अनुरोध किया था। नीतीश ने पटना से काठमांडू हवाई सेवा शुरू करने पर भी जोर दिया था।
पटना से मुजफ्फरपुर होते हुए काठमांडू तक शीघ्र ही अत्याधुनिक एसी बसें चलेंगी। परिवहन विभाग ने पीपीपी (पब्लिक-प्राइवेट पार्टनरशिप) नीति पर इसको चलाने की योजना बनाई है। इसके लिए विभाग के साथ बिहार राज्य पथ परिवहन निगम ने भी इसको लेकर प्रयास तेज कर दिया है। अक्टूबर से दोनों देशों के बीच बस सेवा शुरू होने की संभावना है।
निगम ने दो निजी बस ऑपरेटरों से करार किया है। इसके लिए पूर्व में ही टेंडर हो चुका है। परिचालन के लिए विभाग ने नेपाली दूतावास को परमिट फाइल भेजी है। परमिट मिलते ही बस का किराया तय किया जाएगा। त्योहारी सीजन के कारण दोनों देशों के अधिकारी अक्टूबर से ही बस चलाने की तैयारी में है।
मधेशी आंदोलन थमने के बाद भारत व नेपाल के संबंध बेहतर होते ही दोनों देशों की सरकार ने बस सेवा के लिए पहल की है। इसके तहत पटना से काठमांडू तब बसों का परिचालन शामिल है। बस पटना से मुजफ्फरपुर, मोतिहारी व रक्सौल होते हुए नेपाल में प्रवेश करेगी। नेट के अलावा निगम के डिपो में भी टिकटों की बुकिंग की सुविधा होगी। बस परिचालन से दोनों देशों के पर्यटन में इजाफा के साथ लोगों को यात्रा में आसानी होगी।
पब्लिक-प्राइवेट पार्टनरशिप के तहत पटना व काठमांडू तक एसी बसें चलेंगी। इसके लिए दो निजी बस ऑपरेटरों के साथ करार हुआ है। नेपाली दूतावास से परमिट मिलते ही अक्टूबर से बसें चलने लगेंगी। बस के परिचालन के लिए तेजी से काम हो रहा है।