जापान की महिला समाजसेवी मिहो तनबरा भारत-जापान रिश्तों का एक नया अध्याय लिख रही है। बिहार के मुजफ्फरपुर जिले के सुदूर गांव चोचहां में मिहो तनबरा 5.5 करोड़ रुपये की लागत से एक इन्टरनेशनल प्लस टू स्कूल खोल रही है. मंगलवार को उन्होंने खुद अपने हाथों से आधारशिला रखी.
भगवान बुद्ध और मदर टेरेसा के आदर्शों से प्रभावित मिहो जापान से बार बार वैशाली आती रहती है. पेशे से उद्योगपति और स्वभाव से समाजसेवी मिहो बुद्ध के देश के लिए कुछ करना चाहती है।
अपनी इसी सोच को साकार करने के लिए मिहो मुजफ्फरपुर की संस्था बुद्धा एजुकेशनल फाउन्डेशन के साथ मिलकर फिलहाल एक प्लस टू स्कूल और एक सुपर स्पेशलिटी अस्पताल खोल रही है.
मिहो की योजना स्कूल के साथ साथ एक सुपर स्पेशलिटी अस्पताल खोलने की भी है. जापान की समाजसेवी की इस पहल से गांव के लोग के लोग काफी खुश हैं. भारतीय ड्रेस में सजी संवरी मिहो तनवरा पंचशील इंटरनैशनल स्कूल का आधारशिला रखी.
स्कूल भवन का निर्माण शुरु हो गया है जिसकी पूरी लागत 5.5 करोड़ रुपये का वहन मिहो की संस्था कर रही है. संस्था नें इसके लिए 1.3 करोड़ की राशि का भूगतान कर भी दिया है.
गांव में मिहो तनबरा का भव्य स्वागत किया गया जिसमें बुद्धिजीवी महिलाएं और बच्चे भी शामिल हुए. मिहो भी भारतीय अतिथि सत्कार से गदगद हैं. मिहो की संस्था भारतीय कृषि के क्षेत्र में बेहतरी के लिए भी योजना बना रही है.
मिहो तनबरा के कहा कि मैं भारत देश की काफी इज्जत करती हूं क्योंकि भारत का इतिहास काफी पुराना है. मैं भगवान बुद्ध, दलाई लामा और मदर टेरेसा की काफी इज्जत करती हूं. भारत के लिए कुछ करने में मैं गर्व महसूस कर रही हूं. भारत एक महान देश है. मेरी दो योजनाएं हैं एक है स्कूल बनाना और दूसरा अस्पताल. मैं बार बार भारत आना चाहूंगी.