बहुत जल्द बिहार विद्यालय परीक्षा समिति दसवी और इंटरमीडिएट स्तर पर गणित और विज्ञान के पाठ्यक्रम में बदलाव करने जा रही है. उम्मीद है की वर्ष 2018 सत्र से पाठ्यक्रम सीबीएसई के तरह लागु कर दी जायेगी।
सीबीएसई और आइसीएसई बोर्ड के स्टूडेंट्स की तरह बिहार बोर्ड के स्टूडेंट्स की भी अपने विषय पर मजबूत पकड़ होगी. जल्द ही बिहार विद्यालय परीक्षा समिति मैट्रिक और इंटरमीडिएट स्तर पर मैथेमेटिक्स और साइंस के सिलेबस को सीबीएसई पैटर्न पर करने जा रहा है. इसको लेकर तैयारी शुरू हो चुकी है. नवंबर में होने वाली एकेडमिक काउंसिल की बैठक में इसे अमली जामा दिया जायेगा. नये सिलेबस को 2018 से लागू करने की संभावना है. नये सिलेबस में पूरी तरह से एनसीइआरटी को लागू किया जायेगा. 9वीं से 12वीं तक हर विषय में एनसीइआरटी बुक से ही पढ़ाई होगी. यह बदलाव नयी शिक्षा नीति के तहत किया जा रहा है.
मैथेमेटिक्स और साइंस का सिलेबस एक हो, इसके लिए सीबीएसइ और आइसीएसइ बोर्ड सहित 10 से अधिक स्टेट बोर्ड ने इसे मंजूरी दे दी है. कुछ दिनों पहले बिहार बोर्ड के पास पत्र लिखा गया था. इसमें मैथ और साइंस के सिलेबस को एक पैटर्न पर करने की बात कही गयी थी. इस पत्र को बोर्ड की ओर से शिक्षा विभाग को भेज दिया गया था. अब इस प्रस्ताव पर विचार किया जा रहा है.
परीक्षा पैटर्न में भी किया जायेगा बदलाव
2017 की मैट्रिक और इंटरमीडिएट के परीक्षा पैटर्न में बदलाव करने की भी तैयारी बिहार बोर्ड की ओर से की जा रही है. ज्ञात हो कि वर्तमान पैटर्न पिछले दो सालों से लागू है. पूर्व अध्यक्ष लालकेश्वर प्रसाद ने 40 अंकों का वस्तुनिष्ठ प्रश्न को लागू किया था. इससे पहले रहे बोर्ड अध्यक्ष राजमणि प्रसाद ने वस्तुनिष्ठ प्रश्न में मल्टीपल च्वाइस को समाप्त कर दिया था. एक बार फिर नये अध्यक्ष आनंद किशोर परीक्षा पैटर्न को बदलाव करने जा रहे हैं. समिति से मिली जानकारी के अनुसार 2017 में ही नये पैटर्न पर परीक्षा ली जा सकती है.
नवंबर में होगी बैठक
मैट्रिक और इंटर के परीक्षा पैटर्न में बदलाव लिया जायेगा. नवंबर में इसको लेकर बैठक होगी. अभी विचार चल रहा है. नये परीक्षा पैटर्न को 2017 से ही लागू किया जायेगा.