सहरसा: बिहार पुलिस के एसटीएफ को एक बडी कामयाबी मिली है। सहरसा जिले में डाक्टरों के लिए आतंक का दुसरा नाम बन चुके कुख्यात अपराधी संतोश यादव को शिवदीप लांडे के नेतृत्व वाले एसटीएफ की टीम ने संतोश यादव को सहरसा के महेषी में दबोच लिया।
संतोष यादव ने सहरसा के चर्चित डॉक्टर प्रजेश कुमार सिंह से 25 लाख की रंगदारी मांगी थी साथ ही लगातार फोन और एसएमएस के जरिए गोली मारने की धमकी भी देर रहा था।
आईएमए की बिहार शाखा ने इसका जबरदस्त विरोध किया था और सरकार से अपराधियों की गिरफ्तारी व डॉक्टरों की सुरक्षा को लेकर आंदोलन की चेतावनी भी दी थी। कुछ दिन पहले डॉक्टर ब्रजेश की गाड़ी पर गोली भी चलाई गई थी।
सूत्रों के मुताबिक सहरसा के लोगो ने सिंघम के रूप में प्रसिद्ध एसपी शिवदीप लांडे को मामले के नेतृत्व करने के मांग किये थे।
मामले की गंभीरता को देखते हुए सरकार ने एसटीएफ के एसपी शिवदीप लांडे की टीम को संतोष की गिरफ्तारी का टास्क सौंपा गया था। मोबाइल सर्विलांस के आधार पर एसटीएफ की टीम ने संतोष को ट्रैक किया और महेषी से धर दबोचा फिर उसे सहरसा पुलिस को सौंप दिया गया है।
सूत्रों के मुताबिक संतोष यादव के पास से एसटीएफ ने आधा दर्जन डॉक्टरों की लिस्ट भी बरामद की है। कहा जा रहा है कि इन डॉक्टरों से भी वह रंगदारी वसूलने की तैयारी में था। संतोष ने पिछले कई दिनों से सहरसा में आंतक मचा रखा था और डॉक्टरों से खुलेआम रंगदारी मांग रहा था।
इस अभियान को सफल बनाने में शिवदीप लांडे के टीम में शामिल डीएसपी रामाकांत का भी विशेष योगदान रहा। एसटीएफ लगातार कुख्यात अपराधियों को दबोच उसे जेल में डाल रही है। इस से पहले भी एसटीएफ एसपी शिवदीप लांडे की टीम कई कारनामा कर चुका। ज्ञात हो कि कटिहार के व्यवसायी के अगवा किये बेटी को नेपाल से बरामद करने व् बहुचर्चित दरभंगा इंजिनियर हत्याकांड के मुख्य आरोपी कुख्यात मुकेश पाठक को दबोचने का का काम भी शिवदीप लांडे के नेतृत्व वाले एसटीएफ ने ही किया।