उन्होंने महिलाओं की फ्रीस्टाइल कुश्ती के 58 किलोग्राम भारवर्ग में भारत के लिए पदक जीता. ये रियो ओलंपिक में भारत का पहला पदक है.
साक्षी ओलंपिक में भारत के लिए पदक जीतने वाली पहली महिला पहलवान बन गई हैं.
उन्होंने कांस्य पदक के लिए हुए मुकाबले में किर्गिस्तान की ताइनिवेकोवा आइसिलु को 8-5 से हराया।
पहले राउंड में विरोधी पहलवान साक्षी पर भारी पड़ी और वो 0-5 से पिछड़ गई। लेकिन दूसरे राउंड में साक्षी ने शानदार वापसी करते हुए किर्गिस पहलवान को चारों खाने चित कर दिया। निर्णायक स्कोर टेइक्निकल प्वॉइंट्स 8-5 और क्लास प्वॉइंट्स 3-1 रहा।
साक्षी ने साढ़े सात घंटे के अंदर पांच फाइट पूरी की। कुछ इस तरह से ही योगेश्वर दत्त ने लंदन ओलंपिक में भारत को ब्रॉन्ज मेडल दिलाया था।
ओलंपिक में भारत के लिए साक्षी से पहले कभी किसी महिला पहलवान ने पदक नहीं जीता था.
साक्षी के पहले भारत की ओर से ओलंपिक में सिर्फ तीन महिला खिलाड़ी कर्णम मल्लेश्वरी, मैरी कॉम और साइना नेहवाल ही पदक जीत सकी थीं.