“बिहार”, तीन धर्मों का उद्गम स्थल और हर धर्म का संगम स्थल| बौद्ध, जैन और सिक्ख धर्म का जन्म बिहार से ही माना जाता है| सीता माँ की जन्मस्थली भी बिहार में ही है| वहीं मखदूम बाबा की मजार भी बिहार में ही है|
कुल मिला के कितनी सारी चीजें हैं बिहार में, जो इसे खासमखास बनाती हैं| अजीब बात है कि हम उन चीजों, उन मुद्दों पर कभी बात ही नहीं करना चाहते| अजीब बात है कि हम हर बात को राजनैतिक बना देते हैं| अजीब बात है कि हम बिहार की असली तस्वीर हमेशा छुपाते हैं| हममें से ही कई लोग हैं जो इस हीनता के शिकार हैं, और हममें से ही कई लोग हैं जो बिहार की स्पष्ट छवि सबके सामने लाने की जी तोड़ कोशिश कर रहे हैं| इसमें हमारा कोई राजनैतिक, आर्थिक या अन्य स्वार्थ नहीं छिपा| बस “बिहार”, अपनी जन्मभूमि ही वो वजह बन के सामने है, जिसके लिए हम सकारात्मक बातें आपको बताने को उत्सुक और इच्छुक रहते हैं|
हम अपने बिहारी होने पर गर्व करते हैं और चाहते हैं कि आप भी शर्म महसूस ना करें| सरकार या सरकारी काम-काज हमारे वश में नहीं| ये हमारी जिम्मेदारी भी नहीं कि हम किसी को जवाब दें और बताते चलें कि हमारी सरकार जिन फलाना मुद्दों पर नाकाम हो रही है, उसकी वजह क्या है, उसका समाधान क्या है| ये सरकारी मसले हैं, उच्चाधिकारी इसपर बात करते रहेंगे| बिहार की जनता जागरूक है, और हम थोड़ा ज्यादा जागरूक रहने/करने का प्रयास कर रहे हैं| जो सरकार काम न करेगी, उम्मीदों पर खरा न उतरेगी, उसको वोट के जरिये टाटा-बाय-बाय न करना पड़े तो कहना| हम जरुर उन सभी बातों को आपके सामने लायेंगे जो सच में सामने आने चाहियें – चाहे वो पढ़ने-सुनने में सरकारी अधिकारियों, मंत्रियों को सुखद न ही लगें| अगर सरकार हमारी बात सुन कर बिहार के विकास की ओर एक छोटा सा कदम भी उठाती है तो इस से बढ़ कर हमारे मकसद की पूर्ति और कहाँ होगी|
हम सकारात्मक ऊर्जा चाहते हैं, हर किसी के दिल में| यही वो चीज़ है जो, आज या कल हमारी परिस्थितियों में सुधार लाएगा| यही वो विषय है जो आज या कल हमें अपनी क्षमता के अनुसार परिभाषित करेगा|
तो…! आज एक खबर लायें हैं आपके लिए| आप बिहारी हैं या गैर-बिहारी, कोई फर्क नहीं पड़ता| बिहार में रहते हैं, भारत के अन्य कोने में रहते हों या विदेश में रहते हों, कोई फर्क नही पड़ता| आप हिन्दू हैं, मुस्लिम या बौद्ध-जैन या सिक्ख-इसाई, कोई फर्क नहीं पड़ता| इस बार बिहार आपके स्वागत की तैयारियां कर रहा है| आपको न्योता दे रहा है| सपरिवार आमंत्रण है| किसलिए?
5 जनवरी 2017 को सिक्खों के दसवें और अंतिम गुरु, गुरु गोविन्द सिंह जी का प्रकाशपर्व है| 350वां प्रकाश पर्व| उनकी जन्मस्थली, पटना के पटनासाहिब में शानदार उत्सव का आयोजन है| एक और सकारात्मक पहल|
बिहार पर्यटन विभाग की तरफ से जारी किये गये इन वीडियोज में आप देख सकते हैं, कई फ़िल्म और टेलीविज़न से जुड़े एवं अन्य सितारे आपसे आग्रह कर रहे हैं| क्रिकेटर शिखर धवन, कपिल की बुआ के किरदार से मशहूर उपासना सिंह, भेजा फ्राई फेम विनय पाठक, अभिनेता जावेद जाफरी एवं जाकिर हुसैन, CID में ACP बने शिवाजी सतम एवं दया बने आदित्य श्रीवास्तव एवं अन्य आपको बिहार आने का आमंत्रण दे रहे हैं|
साथ ही “नूर-ए-गोविन्द” के नाम से बनाया गया यह विडियो भी बिहार पर्यटन मंत्रालय से जारी हुआ है, जिसमे आप गुरु गोविन्द सिंह जी की जीवनी की झलकी पा सकते हैं|
कार्यक्रम में देश-विदेश के लोगों के आने की उम्मीद की जा रही है| भारत के राष्ट्रपति एवं प्रधानमंत्री सहित अन्य मंत्रियों का आना तय हुआ है| इसके अलावा बॉलीवुड से जुड़े तमाम सितारे एवं बिहार के कई कलाकारों के आने की भी सूचना है|
विभाग की तरफ से हुए इस पहल का हम हार्दिक स्वागत करते हैं| आप सब सादर एवं सप्रेम आमंत्रित हैं| ‘गुरु तख़्त साहिब जी, पटनासाहिब’ आईये, इस जश्न का आनंद लीजिये और बिहार को जरा करीब से देखिये|