भागलपुर के बाद बिहारशरीफऔर मुजफ्फरपुर के स्मार्ट सिटी की दौड़ में शामिल होने का रास्ता भी साफ हो गया है। मंगलवार को मुख्य सचिव अंजनी कुमार सिंह की अध्यक्षता में गठित हाई पावर कमेटी ने दोनों शहरों के प्रोजेक्ट को मंजूरी दे दी।
इस प्रस्ताव को 30 जून तक केंद्रीय शहरी विकास मंत्रालय को भेज दिया जाएगा। शहरी विकास मंत्रालय द्वारा पहली सूची की मंजूरी के बाद केंद्र ने मुजफ्फरपुर और बिहारशरीफ के लिए संशोधित प्रस्ताव भेजने का निर्देश दिया था।
गौरतलब है कि दुसरे सूची में बिहार के भागलपुर को पहले ही स्मार्ट सिटी के दौर में शामिल किया जा चुका है।
राज्य में मुजफ्फरपुर, भागलपुर व बिहारशरीफ को स्मार्ट सिटी के रूप में चयन किया गया है. सौ शहरों को स्मार्ट सिटी बनाने के लिए केंद्र सरकार ने सभी राज्यों से प्रस्ताव मांगा था. इसमें बिहार के तीन शहर मुजफ्फरपुर, भागलपुर व बिहारशरीफ का चयन किया गया है. तीनों शहरों को स्मार्ट सिटी बनाने के लिए अलग-अलग एजेंसियों को प्रस्ताव तैयार करने की जिम्मेवारी सौंपी गयी थी.
नागरिक सुविधाओं का होगा विकास :
-स्मार्ट शहर बनाने के लिए शहर की नागरिक सुविधाओं का विकास किया जाना है.
इसमें सभी नागरिकों के लिए
-पर्याप्त जलापूर्ति
-सुनिश्चित विद्युत आपूर्ति
-ठोस कचरा प्रबंधन
-शहरी गतिशीलता के लिए सार्वजनिक परिवहन की सुदृढ़ व्यवस्था
-गरीबों के लिए किफायती आवास की सुविधा
-आइटी कनेक्टिविटी व डिजिटेलाइजेशन
-इ-गवर्नेंस व नागरिक भागीदारी, महिलाओं, बच्चों व वृद्ध नागरिकों की सुरक्षा के अलावा स्वास्थ्य व शिक्षा का व्यस्था की जानी है.
स्मार्ट शहर में किसी तरह की नागरिक सुविधाओं की कमी नहीं होगी और सभी तरह की सेवाओं के लिए आइटी के उपयोग की सुविधा दी जायेगी.