औरंगाबाद: जम्मू-श्रीनगर हाइवे पर पम्पोर में सीआरपीएफ के काफिले पर हुये आतंकी हमले में शहीद हुये आठ जवानों में से एक बिहार का बेटा भी है। बिहार के औरंगाबाद के रहने वाले संतोश कुमार देश के नाम शहीद हो गये। शहीद संतोष कुमार साव औरंगाबाद के बारूण प्रखंड के टेंगरा गांव से थे।
जवान संतोष कुमार के पैतृक गांव जैसे ही उनके शहादत की खबर पहुंची, पूरे गांव में मातम हो गया।
शहीद के परिवार में पत्नी और बच्चे के अलावा मां तथा दो बहनें हैं। उनके पूरे परिवार में उनके शहीद होने की खबर के बाद से ही शोक है। परिजनों ने बताया कि उन्हें संतोष पर नाज है।
गौरतलब है कि हाल के वर्षों में सुरक्षा बलों पर सबसे घातक हमले में 25 जून को आतंकवादियों ने श्रीनगर के पास पम्पोर में सीआरपीएफ के जवानों को ले जा रही एक बस पर भारी गोलीबारी की। इसमें आठ जवान शहीद हो गए और 21 अन्य गंभीर रूप से घायल हो गए। यह लश्कर के आतंकवादियों द्वारा किया गया फिदायीन हमला था।
सीआरपीएफ के महानिरीक्षक नलिन प्रभात ने कहा कि आतंकवादियों के शवों से ऐसा प्रतीत होता है कि दोनों पाकिस्तानी हैं। निश्चित रूप से लश्कर के हैं और इस बात की पूरी आशंका है कि वे फिदायीन थे। उन्होंने कहा कि फायरिंग अभ्यास के बाद बस लौट रही थी। तभी दो आतंकवादियों ने इस पर हमला किया। दोनों एक कार से नीचे उतरे और बस पर अंधाधुंध गोलीबारी की। वे लोग बस के अंदर घुस पाते, इसके पहले ही सीआरपीएफ की रोड ओपनिंग पार्टी ने उन्हें मार गिराया।
आपन बिहार शहीद हुए देश के सभी जवानों को सलाम करता है।