कन्धों पर हमारे कर के सवारी
आगे बढ़ रही दुनिया ये सारी
है अब अपने बिहार की बारी
बिहार की मेधा ने कर ली है तैयारी
अनोखा बिहार बनाना है..
अनोखा बिहार बनाना है..
हम माता जानकी के बच्चे
गुरु गोविन्द के सैनिक सच्चे
बुद्ध से ली ज्ञान की भक्ति
आर्यभट्ट से मिली है दीक्षा
शेरशाह से पाया विस्तार
कुंवर सिंह से सीखी वीरता
सीखा मखदूम मनेरी से भाई-चारे का पैगाम..
मत करो हमको बदनाम
बिहार का ही रहेगा नाम
क्यूंकि हमने भी ठाना है
बिहार को बदनाम करने की साजिश को मिटाना है
अनोखा बिहार बनाना है..
अनोखा बिहार बनाना है..
हम उद्यमी हम परिश्रमी
हम से है जमाना
बिहार की मेधा के दम पर
आईए मिल कर लिखें नए बिहार का तराना..
अनोखा बिहार बनाना है..
अनोखा बिहार बनाना है..
अनोखा बिहार बनाना है..
– आलोक कुमार
(वरिष्ठ पत्रकार)